प्राइवेट फिटनेस सेंटर और वाहन स्वामियों में रार हल्द्वानी: वाहनों के फिटनेस जांच के लिए प्राइवेट फिटनेस सेंटर खुलने के बाद वाहन संचालक मुखर हैं. फिटनेस सेंटर और गाड़ी मालिकों के बीच फिटनेस को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया है. गौला ट्रक एसोसिएशन द्वारा प्राइवेट फिटनेस को निजी हाथों में दिए जाने के विरोध के बाद अब कुमाऊं मंडल के टैक्सी चालकों ने प्राइवेट फिटनेस को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया है. टैक्सी चालक प्राइवेट फिटनेस के विरोध में तीन दिन से हड़ताल पर हैं.ऐसे में परिवहन विभाग का कहना है कि प्राइवेट फिटनेस सेंटर को सरकार ने नई पॉलिसी के तहत दिया है. अब सभी प्रकार के वाहनों का फिटनेस प्राइवेट फिटनेस सेंटर में होगा.
संभागीय परिवहन अधिकारी हल्द्वानी संदीप सैनी ने बताया कि टैक्सी व मैक्सी यूनियन द्वारा प्राइवेट फिटनेस का विरोध करते हुए गाड़ियों को ना चलाने की हड़ताल की जा रही है. फिटनेस सेंटर में सरकार द्वारा निर्धारित फीस और नियम के तहत ही प्राइवेट फिटनेस सेंटर में वाहनों का फिटनेस किया जा रहा है. वाहनों के अलग-अलग कैटेगरी के हिसाब से फीस निर्धारित की गई है. जहां फिटनेस सेंटर द्वारा इंस्पेक्शन चार्ज, ग्रीन सेस, यूजर चार्ज, सर्टिफिकेट फीस लिया जायेगा.
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सरकार द्वारा 15 साल पुराने टैक्सी-मैक्सी वाहनों की फीस ₹1500 निर्धारित की गई है, जबकि 15 साल से ऊपर के टैक्सी मैक्सी वाहनों को ₹1900 चुकाने होंगे. 15 साल से कम टू व्हीलर के लिए ₹1300 जबकि 15 साल से ऊपर दो पहिया वाहनों के लिए ₹1400 चुकाने होंगे.15 साल से कम तीन पहिया वाहनों को ₹1500 चुकाने होंगे, जबकि 15 साल से ऊपर के तीन पहिया वाहनों को ₹1900 चुकाने होंगे. इसके अलावा 15 साल से कम छोटे ट्रक और बस को ₹1900 चुकाने होंगे, जबकि 15 साल से ऊपर छोटे ट्रक और बस को ₹2200 चुकाने होंगे. इसके अलावा 15 साल से कम हैवी ट्रक के लिए ₹1900 चुकाने होंगे, जबकि 15 साल से ऊपर वाले हैवी ट्रक के लिए फिटनेस के लिए ₹2400 देने होंगे.
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संभागीय परिवहन अधिकारी संदीप सैनी ने बताया कि बढ़ते सड़क हादसों के देखते हुए सरकार द्वारा नई पॉलिसी के तहत वाहनों को निजी फिटनेस सेंटर के माध्यम से आधुनिक मशीनों से वाहनों की फिटनेस की जा रही है. उन्होंने कहा कि फिटनेस सेंटर में अगर कोई वाहन अनफिट होता है तो उसकी फिटनेस नहीं होगी. फिटनेस सेंटर में फेल हुए वाहनों को ठीक करने के बाद वाहन स्वामी अपने वाहनों को फिटनेस कर सकता है. प्राइवेट फिटनेस को लेकर गाड़ी मालिक सवाल भी खड़े कर रहे हैं. ऐसे में परिवहन विभाग ने कहा है कि अभी तक उनके पास किसी तरह की कोई लिखित शिकायत नहीं आई है, अगर कोई शिकायत आती है तो फिटनेस सेंटर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.