ग्वालियर: चोरों को अब तक आपने चोरी छिपे चुपचाप चोरी करते देखा होगा, लेकिन ग्वालियर में चोर भी दबंग होने लगे हैं. वह भी इतना कि, अब पहले मकान मालिक से इजाजत मांगते हैं, नहीं मानने पर धमकी देते हें. और ना मानने पर जान से मारने की धमकी देते हैं. ऐसा ही एक मामला शहर के गोला का मंदिर थाना इलाके में सामने आया है.
असल में ग्वालियर पिंटोपार्क क्षेत्र के सूर्य मंदिर कॉलोनी में रहने वाले भोलाराम और शीला देवी के घर चोरों ने एक चिट्ठी भेजी है. जिसमें चोरी न करने देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है. इस चिट्ठी के मिलने के बाद सहित पूरे इलाके में खलबली मची हुई है हर कोई टेंशन में है.
चिट्ठी में दी गई थी जान से मारने की धमकी
शीला देवी ने बताया कि "दो दिन पहले उनके घर कोई एक चिठ्ठी फेंक गया था. वो पढ़ना-लिखना नहीं जानती. इसलिए बेटी ने उन्हें वह चिट्ठी पढ़कर सुनाई. जिसमें लिखा हुआ था कि, अगर घर में चोरी नहीं करने दी तो जान से मार देंगे. इस बात से परेशान शीला देवी खुद घर के बाहर बैठ गईं की अगर कोई जान से मारने आयेगा तो पहले उन्हें मारे."
पीड़ित ने चोरी के लेटर पर दी जानकारी (ETV Bharat) 10 साल पहले भी हुई थी घर में चोरी
शीला देवी ने बताया कि "करीब 10 साल पहले भी उनके घर में एक बार चोरी हो चुकी है. उस दौरान उनका घर काफी खुला था और चोर को यह तक पता था कि उनके घर में कौन सा सामान कहां रखा है, बाद में पुलिस भी आयी, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की.
चोरों का धमका भरा पत्र (ETV Bharat) पड़ोसियों में बैठा भय का माहौल
इस घटना को लेकर पड़ोसियों में भी डर बैठा हुआ है. शीला देवी की पड़ोसी रुचि कश्यपने बताया की, "कुछ दिन से इस मोहल्ले में अजीब घटनाएं हो रहीं है. पहले किसी ने घर के बाहर से जूते चप्पल चोरी किए, फिर दो दिन पत्थर फेंके गए और फिर ये चिट्ठी कोई डालकर गया है. जिसमे जान से मारने की धमकी दी गई है. कॉलोनी के सभी लोग इस बात से काफी परेशान हैं. क्योंकि पिछले साल भी चोरों ने इस कॉलोनी के एक घर को निशाना बनाया था. पिछले 15 दिनों से यहां चोरों का आना-जाना देखा जा रहा है. इसको लेकर पुलिस से भी शिकायत की है.
पुलिस का बयान (ETV Bharat) CCTV की जांच कर रही पुलिस
हालांकि इस मामले को लेकर सीएसपी राजीव का कहना है कि "यह घटना दो दिन पहले घटित बतायी जा रही है. जब शीला देवी के कंपाउंड में किसी ने चिट्ठी डाली है. जिसमें लिखा है कि, "मैं एक चोर हूं, मुझे चोरी करने दो नहीं तो मैं सबको मार डालूंगा. मेरे साथी हमें शांति से चोरी करने दो नहीं तुम लोग मरोगे. हमारे साथी से एक और दिन हमें शांति से चोरी करने दो." इस संबंध में एक वीडियो भी मिला है. जिसकी जांच पड़ताल की जा रही है.
चिट्ठी में लिखावट किसी बच्चे जैसी
पुलिस का यह भी कहना है कि पीड़ित परिवार द्वारा उन्हें अब तक चिट्ठी की मूल प्रति उपलब्ध नहीं कराई गई है, लेकिन इसमें जो लिखावट है, उसे देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह चिट्ठी किसी बच्चे के द्वारा लिखी गई है. इस बारे में जांच की जा रही है. उसके आधार पर जो भी तथ्य सामने आएंगे. उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.