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राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था के नाम पर ठगी करने पहुंचे 3 लोग, एक कॉल के बाद खा रहे हवालात की हवा - Human Rights Organization Cheat

मानव अधिकार संरक्षण संस्था के पदाधिकारी बनकर ठगी के प्रयास और रंगदारी का एक मामला ग्वालियर में सामने आया है. फरियादी की सतर्कता से ना सिर्फ वह ठगी का शिकार होने से बच गया बल्कि संस्था के फर्जी पदाधिकारी पुलिस की गिरफ्त में पहुंच गए.

NATIONAL HUMAN RIGHTS ORGANIZATION
राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्था के नाम पर ठगी (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 7, 2024, 5:53 PM IST

ग्वालियर।बॉलीवुड फिल्म बंटी और बबली की तरह ही लोगों को ठगने के लिए दो लोगों ने फर्जी पहचान बनाकर रंगदारी दिखायी लेकिन उनका दांव उल्टा पड़ गया. हाथ तो कुछ नहीं आया बल्कि आरोपियों को सलाखों की हवा खानी पड़ी. घटना ग्वालियर की है जहां दो आरोपियों ने खुद को मानवाधिकार संरक्षण संस्था का पदाधिकारी जताते हुए ठगी का प्रयास किया.

पकड़े गए तीनों आरोपियों से पुलिस कर रही पूछताछ (ETV Bharat)

ब्यूटी पार्लर संचालक से की 50 हजार की डिमांड

ग्वालियर के पॉश इलाके सिटी सेंटर के पटेल नगर स्थित एक निजी ब्यूटी पार्लर के बाहर एक लग्जरी कार आकर रुकी. जिस पर मानवाधिकार संरक्षण संस्था भारत सरकार से संबद्ध का बोर्ड लगा हुआ था. इस कार से 3 लोग उतरे और ब्यूटी पार्लर में पहुंचे और अपने आपको संस्था का पदाधिकारी बताते हुए लगभग 50 हजार रुपए की डिमांड कर डाली.

गाड़ी में लगा रखे थे मानवाधिकार संस्था के बोर्ड

ब्यूटी पार्लर पहंचे तीनों लोगों की गतिविधियों पर संचालक को शक हुआ और उसने तुरंत इसकी जानकारी ग्वालियर के विश्वविद्यालय पुलिस थाने को दी. ग्वालियर एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि शिकायत मिलते ही तुरंत पुलिस ने मौके पर पहुंच कर रेड की और तीनों को मौके पर ही हिरासत में ले लियाा. इनके नाम अनूप गुर्जर, सरन्दरा गुर्जर और संतोष राजावत बताये जा रहे हैं, साथ ही जिस वाहन से तीनों घूम रहे थे उसे भी जब्त कर लिया गया है.

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पुलिस कर रही छानबीन

एसपी धर्मवीर सिंह का कहना है कि 'राज्य मानवाधिकार आयोग और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग दोनों ही देश की बड़ी प्रख्यात संस्थाएं हैं. ऐसे में इनके नाम को कॉपी कर जालसाजी की संभावना को देखते हुए पुलिस तीनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाया जा रहा है कि तीनों आरोपी जिस संस्था से जुड़े हुए है, ऐसी कोई संस्था पंजीकृत है भी या नहीं.

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