ग्वालियर: मध्य प्रदेश सरकार 12वीं और 10वीं की बोर्ड परीक्षाओं में अव्वल आने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने लिए कई योजनाएं चलाती है. जिनमें छात्रों को लैपटॉप से लेकर स्कूटी देने तक का काम किया जा रहा है, लेकिन अब ग्वालियर में परीक्षा के अच्छे परिणामों की मेहनत का फल शिक्षक से लेकर छात्रों तक मिलेगा. अगर पिछले साल की तुलना में इस वर्ष बोर्ड परीक्षाओं में रिजल्ट 20 प्रतिशत से अधिक अच्छा रहा तो स्कूल के हेडमास्टर से लेकर टीचर्स तक को स्मार्टफोन मिलेगा और छात्रों को लैपटॉप देकर प्रोत्साहित किया जाएगा.
बोर्ड एग्जाम की तैयारियों में जुटा परीक्षा विभाग
आने वाले 25 फरवरी से मध्य प्रदेश बोर्ड की दसवीं और 12वीं की परीक्षा शुरू होने जा रही है. जिसको लेकर विद्यार्थियों के साथ ही शिक्षा विभाग पूरी तैयारियों में जुटा है. हर बार की तरह इस बार भी मध्य प्रदेश में स्कूली छात्रों का बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम बेहतर लाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इसी के चलते एक नई पहल करते हुए मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मिशन विजयपथ लॉन्च किया गया है.
क्या है शिक्षा विभाग का मिशन विजयपथ?
ग्वालियर कलेक्टर की पहल पर शुरू किए गए मिशन विजयपथ का मुख्य उद्देश्य ऐसे छात्रों पर ध्यान देना है जिनके परीक्षा परिणाम अब तक कमजोर रहे हैं. ऐसे छात्र जो प्री बोर्ड एक्जाम में ई और डी ग्रेड में रिजल्ट लाए हैं. ग्वालियर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा ऐसे छात्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, उनकी मॉनिटरिंग की जाएगी, एक्स्ट्रा क्लासेज लगाने के साथ-साथ इन्हें ऑनलाइन क्लासेस भी दी जाएंगी.
इसके साथ ही इन छात्रों के लिए शिक्षकों द्वारा 10-10 छात्रों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाएगा और यहां प्रतिदिन दो विषयों पर गाइडेंस दिया जाएगा. यहां तक कि कक्षा में भी इन बच्चों से सैंपल पेपर हल कराए जाएंगे, साथ ही पिछले 3 सालों के सभी विषयों के पेपर भी हल कराए जाएंगे. यह कार्यक्रम बोर्ड परीक्षा शुरू होने तक जारी रहेगा.