जयपुर: कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने राजस्थान की भजनलाल सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि लोगों ने काम करने के लिए सरकार बनाई थी, लेकिन यह अब सैर-सपाटे की सरकार बन गई है. उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के इन्वेस्टमेंट समिट के सिलसिले में विदेश दौरे पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि जहां वे जा रहे हैं, वहां इन्वेस्टमेंट को लेकर कोई मीटिंग तक तय नहीं होती है.
गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेश की सात सीटों पर उपचुनाव को लेकर कहा कि हम तो हरियाणा के साथ ही प्रदेश की सात सीटों पर उपचुनाव की अपेक्षा कर रहे थे, लेकिन अब देर आए, दुरुस्त आए. चुनाव तो घोषित होना ही था. कांग्रेस का कार्यकर्ता तैयार है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में भाजपा की पर्ची सरकार का 9-10 महीने का कार्यकाल निकला है. उसमें लोग पूरी तरीके से निराश-परेशान हैं. लोग कह रहे हैं कि उन्होंने सरकार बनाई थी, लेकिन सर्कस बन गया है.
पीसीसी चीफ डोटासरा (ETV Bharat Jaipur) हर आदेश पर सरकार ले रही यू-टर्न : हर आदेश पर सरकार यू-टर्न ले रही है. आपस में झगड़े, मंत्रियों का पता नहीं कौन है और कैसे है. कहां से सरकार चल रही है. ब्यूरोक्रेट सरकार चला रहे हैं. उनमें भी दो-तीन ग्रुप बने हुए हैं, जिनमें जबरदस्त झगड़ा है. जनता की कोई परवाह नहीं है. डोटासरा ने कहा कि अकेले शिक्षा विभाग में 9 आदेश निकाले गए और हर बार यू-टर्न लिया गया. मंगलवार को शिक्षकों के तबादले से जुड़े आदेश एक घंटे में ही वापस लेने पड़े. स्थानीय निकाय में भी नियुक्तियों से जुड़े आदेश पर सरकार को यू-टर्न लेना पड़ा.
इनको पता ही नहीं इन्वेस्टमेंट कहां से आता है : लोग कह रहे हैं कि हमने काम के लिए बनाया था, लेकिन यह सैर-सपाटे की सरकार बन गई है. मुख्यमंत्री अधिकारियों को लेकर विदेश भ्रमण पर हैं. कहा जा रहा है कि इन्वेस्टमेंट लाएंगे. इनको पता ही नहीं है इन्वेस्टमेंट आता कहां से है. ऐसे घूमने से इन्वेस्टमेंट आता है क्या. इनकी वहां कोई मीटिंग तय नहीं है. अधिकारियों और विदेश में रह रहे देश के लोगों के साथ फोटो खिंचवा लिया. लोग यह सब देख रहे हैं. सात सीटों पर उपचुनाव में भाजपा को एक भी सीट नहीं मिलेगी.
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दिल्ली से हाईकमान करेगा गठबंधन का फैसला : खींवसर और चौरासी सीट पर गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि गठबंधन दिल्ली से हाईकमान करता है. हाईकमान हमें किसी भी तरह के गठबंधन का कोई फैसला बताएगा तो हम उसकी पालना करेंगे, नहीं तो हम सभी सात सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. भर्तियों के कैलेंडर पर उन्होंने कहा कि कैलेंडर जारी करना अच्छी बात है, लेकिन इस कैलेंडर पर कायम रहे, क्योंकि यह यू-टर्न सरकार बन चुकी है.
पहले पर्ची सरकार, फिर सर्कस और अब यू-टर्न सरकार बन चुकी है. हमें चिंता है कि भर्ती कैलेंडर पर कहीं यू-टर्न नहीं ले. ये भर्ती निकालकर ईमानदारी से करवाएं. जिस तरह के आरोप हमारी सरकार पर लगाए गए. पहले की कांग्रेस या भाजपा सरकार के समय पेपर लीक हो गए थे. अगर यह सरकार बिना पेपर लीक हुए परीक्षा करवाती है तो अच्छी बात होगी.