लखनऊ: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन में आयोजित त्रिदिवसीय 56वीं प्रादेशिक फल, शाकभाजी एवं पुष्प प्रदर्शनी 2025 के अवसर पर रविवार को प्रदर्शनी के विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया. फूलों की झांकी सजाने के मामले में सौरमंडल को प्रथम और आवास विकास परिषद के राम मंदिर को द्वितीय पुरस्कार दिया गया.
राज्यपाल ने उपस्थित दर्शकों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को केवल आलू पर निर्भर न रखें, बल्कि उन्हें मौसमी सब्जियां और ताजे फल खिलाएं. जिससे वे शारीरिक रूप से अधिक स्वस्थ और सशक्त बन सकें.
दर्शकों की मांग को देखते हुए राज्यपाल ने प्रदर्शनी की अवधि एक दिन और बढ़ाने की घोषण की. अब यह प्रदर्शनी 10 फरवरी तक सभी दर्शकों के लिए खुली रहेगी. उन्होंने कहा कि इस आयोजन को लेकर जनता में जो उत्साह है, वह अत्यंत प्रशंसनीय है और इससे यह प्रदर्शनी और अधिक सफल हो रही है.
ये रहे विजेता:व्यक्तिगत वर्ग में सर्वाधिक अंक हासिल करने पर विजेता विश्व नारायण श्रीवास्तव को प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया. ओम प्रकाश लोधी को द्वितीय पुरस्कार, क्राइस्ट चर्च कालेज, लखनऊ को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया गया. सर्वोत्तम प्रदर्श विजेता आदित्य कुमार को 11,000 रुपये दे कर सम्मानित किया गया. प्रदर्शनी में सरकारी क्षेत्र में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने के लिए अधीक्षक राजभवन उद्यान, लखनऊ को 11,000 रुपये का पुरस्कार प्रदान किया गया.
लों से बनी नवीन आकृतियों में छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर को गणेश प्रतिमा व लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ को सौरमण्डल के लिए संयुक्त रूप से प्रथम स्थान, आयुक्त आवास विकास परिषद, लखनऊ को राम मंदिर के लिए द्वितीय स्थान व डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल विश्वविद्यालय, लखनऊ को प्यारा घर के लिए तृतीय स्थान से सम्मानित किया गया.
प्रदर्शनी में गमलों में सदाबहार पत्तीवाले पौधों, गुलाब व अन्य पौधों, जेल में शाकभाजी उत्पादों, मशरूम की खेती, व्यवसायिक फल संरक्षण, फोटोग्राफी प्रतियोगिता, मौनपालकों द्वारा शहद, कैक्टस, बोंसाई आदि प्रदर्शों के विजेताओं को राज्यपाल द्वारा पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया गया.