जयपुर:एक वर्ष से गांधी वाटिका का संचालन नहीं होने पर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने 28 सितंबर से धरना देने की चेतावनी दी थी. इसके बाद मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने 2 अक्टूबर से गांधी वाटिका संचालन की घोषणा कर दी. सीएम ने कहा कि गांधी वाटिका का संचालन पर्यटन विभाग करेगा. इसके साथ बेहतर प्रबंधन के लिए समिति गठित होगी. गांधी दर्शन से युवा पीढ़ी रूबरू हो सकेगी. इस निर्णय के अंतर्गत पुरात्तव एवं संग्रहालय तथा पर्यटन विभाग के विशेषज्ञों की सेवाएं भी ली जा सकेगी, जिससे वाटिका का उत्कृष्ट प्रबंधन सुनिश्चित हो सकेगा. गांधी वाटिका के संचालन के गठित समिति नियमित रूप से वाटिका के संचालन का काम देखने के अलावा गांधीजी के मूल्यों के प्रचार-प्रसार पर सुझाव भी देगी. वहीं, पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने गांधी वाटिका के संचालन की घोषणा को जनभावना की जीत बताया है.
पर्यटन, कला एवं संस्कृति विभाग के शासन सचिव रवि जैन ने बताया कि विभाग द्वारा डिजिटल एवं नवीन तकनीक के माध्यम से महात्मा गांधी की जीवन यात्रा को प्रदर्शित किया जाएगा. म्यूजियम के एक हिस्से में अंग्रेजों के भारत आगमन से गांधीजी के दक्षिण अफ्रीका प्रवास, दूसरे हिस्से में भारत में अंग्रेजों के खिलाफ किए गए आंदोलन एवं तीसरे हिस्से में गांधीजी के दर्शन साहित्य को प्रदर्शित किया गया है. उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी गांधीजी और उनके दर्शन से प्रेरणा ले सकें, इसके लिए देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की यहां यात्रा भी कराई जाएगी. इसके लिए गांधी वाटिका म्यूजियम को पर्यटन विभाग की सूची में शामिल किया जाएगा. गांधीजी के दर्शन पर बनी विभिन्न फिल्मों के माध्यम से सत्य एवं अहिंसा के संदेशों को प्रसारित किया जाएगा. बता दें कि वर्तमान में गांधी वाटिका का संचालन एवं रखरखाव जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है. प्राधिकरण ने 85 करोड़ रुपए की लागत से म्यूजियम का निर्माण किया है. इस वाटिका का निर्माण 3 मंजिल में किया गया है.