जयपुर : लोकसभा चुनाव के दौरान बड़ी दमखम के साथ भाजपा में शामिल होने वाले के कांग्रेस नेताओं का महज चार महीने में ही मोह भंग होने लगा है. कई कार्यकर्ताओं के बाद अब बड़े नेताओं ने भी बीजेपी से अपना नाता तोड़ना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में सोमवार को पूर्व सांसद खिलाड़ी लाल बैरवा ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. बैरवा ने अपना इस्तीफा नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के नाम पत्र लिखकर दिया. पत्र में उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के लगातार भाजपा से दूरी का हवाला देते हुए अपना इस्तीफा दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा की विचारधारा से नहीं जुड़ पा रहा हूं. हालांकि, खिलाड़ी ने अपने इस्तीफे में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर निशाना साधा.
ये लिखा पत्र में :खिलाड़ी लाल बैरवा ने अपने इस्तीफे में भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ को संबोधित करते हुए पहले तो उन्हें अध्यक्ष नियुक्त होने पर बधाई दी, उसके बाद कहा कि "पूर्व मुख्यमंत्री (कांग्रेस) की ओर से अपने चौथी बार मुख्यमंत्री बनने की लालसा में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को कांग्रेस से बाहर करने का असफल प्रयास किया. सचिन पायलट के गुट के लोगों के फोन टेप करवाए, जिसका लोकेश शर्मा (ओ.एस.डी. , पूर्व मुख्यमंत्री) सविस्तार बता चुके हैं. इसमें मेरा भी फोन टेप करवाया गया, जो कि जांच का विषय है. योजनाबद्ध तरीके के साथ मुझे भी पार्टी से निकाला गया."