रांचीः पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से जुड़ी भूमि घोटाला मामले में उनको फिलहाल किसी प्रकार की राहत मिलती नजर नहीं आ रहा है. 31 जनवरी से जेल में बंद हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत की अवधि एक बार फिर से बढ़ा दी गई है. पीएमएलए कोर्ट ने आगामी 13 जून तक के लिए उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ाई गयी है.
रांची जमीन घोटाला मामले को लेकर गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके साथ आठ लोगों की पेशी हुई. आठ लोगों में बड़गाईं अंचल के पूर्व उप निरीक्षक भानु प्रसाद, जेएमएम नेता बंधु तिर्की, मोहम्मद सद्दाम, मोहम्मद अफसर अली, विपिन सिंह, प्रियरंजन सहाय और इरशाद अख्तर का नाम शामिल हैं. इन सभी पर बड़गाईं अंचल स्थित साढ़े आठ एकड़ जमीन को गलत तरीके से पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के नाम पर दाखिल खारिज करवाने का आरोप है. इस मामले में अगली सुनवाई 14 दिन की न्यायिक रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद की जाएगी.
बता दें कि हेमंत सोरेन द्वारा झारखंड हाई कोर्ट में भी जमानत याचिका के लिए अपील किया जा चुका है. झारखंड हाई कोर्ट में हेमंत सोरेन की तरफ से देश के वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल हेमंत सोरेन के लिए दलील रख रहे हैं. वहीं हाई कोर्ट ने ईडी को आगामी 10 जून तक जवाब दाखिल करने के लिए कहा है. मालूम हो कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी 2024 को गिरफ्तार किया था और पिछले 1 फरवरी से वह लगातार न्यायिक हिरासत में हैं. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद नए मुख्यमंत्री के रूप में चंपाई सोरेन ने शपथ ग्रहण किया था और हेमंत सोरेन को उसी वक्त मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था.