कोटा.लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में बड़े नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला लगातार जारी है. दोनों सियासी दलों में नेताओं के पार्टी छोड़ने का भूचाल अभी थम नहीं रहा है. कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं. वहीं बीजेपी में भी राहुल कस्वां के बाद हाड़ौती के एक बड़े नेता पार्टी को गुडबाय बोल दिया. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, एआईसीसी के सचिव धीरज गुर्जर ने प्रह्लाद गुंजल को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कार्रवाई. इससे पहले कोटा से अपने समर्थकों को लेकर गुंजल वाहनों के काफिले के साथ जयपुर पहुंचे और प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचकर कांग्रेस से हाथ मिलाया. प्रह्लाद गुंजल ने कोटा उत्तर विधानसभा सीट से इस बार भाजपा के टिकट पर कांग्रेस के शांति धारीवाल के सामने चुनाव लड़ा था. हालांकि, वे करीब 2400 वोट से चुनाव हार गए थे. इससे पहले वे दो बार विधायक रह चुके हैं.
भारतीय जनता पार्टी से दो बार विधायक रहे प्रहलाद गुंजल पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देकर कांग्रस में शामिल हो गए. गुंजल आज कोटा से जयपुर पहुंचे. गुंजल के साथ काफिले में सैकड़ों गाड़ियां में उनके समर्थक भी जयपुर पहुंचे थे. जयपुर रवाना होने से पहले गुंजल समर्थक कार्यकर्ताओं ने ओम बिरला के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए मोदी तुझसे बैर नहीं बिरला तेरी खैर नहीं. जहां, पर कांग्रेस के केशोरायपाटन विधायक सीएल प्रेमी भी पहुंचे. इस दौरान कोटा उत्तर के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल ने मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए कांग्रेस में शामिल होने की बात स्वीकारी है. साथ ही कहा कि 20 साल मेरी विधानसभाओं में हर व्यक्ति की सेवा की है. यह बात राजस्थान की आम आवाम जानती है कि मैं भारतीय जनता पार्टी का सक्रिय सदस्य था, नाराजगी के चलते पार्टी छोड़ रहा हूं. आपको बता दें कि प्रहलाद गुंजल ने कोटा - बूंदी, भीलवाड़ा और टोक सवाई माधोपुर सीट से टिकट मांगा था. पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है. इस समय उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन करने का फैसला लिया है. कांग्रेस पार्टी उन्हें कोटा बूंदी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बना सकती है, जिसके बाद में यहां से भाजपा प्रत्याशी और उनके धुर विरोधी रहे ओम बिरला के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.