रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड में वनाग्नि का तांडव जारी है. रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय के पास वन विभाग की नर्सरी में तक आग लग गई. जिससे काफी संख्या में नई पौध जलकर राख हो गई. अभी तक पूरे जिले में 100 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल जल गए हैं. उधर, केदारनाथ वन्य प्रभाग के अंतर्गत केदारनाथ पैदल मार्ग पर हरे-भरे जंगलों में आग लगा रहे 6 लोगों को वन विभाग की टीम ने रंगे हाथ पकड़ा है. इन लोगों के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत आगे की कार्रवाई की जा रही है.
अपनी नर्सरी भी नहीं बचा पाया वन विभाग, जंगल क्या बचाएगा?इन दिनों पहाड़ों में फायर सीजन चल रहा है. हरे-भरे जंगल जलकर राख हो रहे हैं. रुद्रप्रयाग के जंगलों की भयावह स्थिति बनी हुई है. रुद्रप्रयाग रेंज पुनाड़ में वन विभाग अपनी नर्सरी में भी लाग लगने से नहीं बचा पाया. नर्सरी में आग लगने के कारण करीब 21 हजार पौध जलकर नष्ट हो गई है. इनमें आंवला, शीशम, बांस, दाडिम और मेहल की प्रजाति शामिल है.
रामबाड़ा के पास आग लगाते 6 लोग रंगे हाथ गिरफ्तार:पूरे जिले में 100 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल वनाग्नि की भेंट चढ़ चुका है. लगातार जल रहे जंगलों के कारण जंगली जानवरों का अस्तित्व भी संकट में पड़ गया है. जंगली जानवरों ने अब आबादी वाले क्षेत्रों की ओर रुख कर दिया है. वहीं, कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. जो अपनी ओछी मानसिकता के चलते जंगल सुलगा रहे हैं. केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के अंतर्गत केदारनाथ पैदल यात्रा मार्ग पर रामबाड़ा के निकट हरे-भरे जंगल में आग लगा रहे 6 लोगों को भी वन विभाग की टीम ने पकड़ा है.