चंडीगढ़ : हरियाणा में अब 85 पार कर चुके सीनियर सिटीजन को वोट डालने के लिए इलेक्शन बूथ पर नहीं जाना पडे़गा क्योंकि वे घर बैठे ही हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाल सकेंगे. इसके अलावा 40 प्रतिशत बेंचमार्क विकलांगता वाले लोगों को भी घर बैठे मतदान का विकल्प दिया जाएगा.
घर से कौन डाल सकेंगे वोट ? :हरियाणा में विधानसभा चुनाव के दौरान पहली बार 85 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और 40 प्रतिशत बेंचमार्क विकलांगता वाले लोगों को घर से मतदान करने का विकल्प दिया जाएगा. अगर कोई मतदाता अपना वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर जाने के लिए तैयार है तो मतदान केंद्र पर उन्हें जरूरी मदद भी दी जाएगी. इस सुविधा का ऑप्शन चुनने वाले वोटर्स से अधिसूचना के 5 दिनों के अंदर बीएलओ एप्लीकेशन फॉर्म 12डी भरवाएंगे और इसे रिटर्निंग अधिकारी के पास जमा करेंगे. पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी और राजनीतिक दलों के साथ उम्मीदवारों के प्रतिनिधि घर से मतदान की इस पूरी प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे.
कब आएगी आखिरी वोटर लिस्ट ? :हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंकज अग्रवाल ने चुनाव आयोग की टीम को बताया कि 2 अगस्त को प्रकाशित मतदाता सूची के मुताबिक राज्य में 2.01 करोड़ मतदाता हैं जिनमें 1.06 करोड़ पुरुष और 95 लाख महिला वोटर्स हैं. वहीं राज्य में फर्स्ट टाइम वोटर्स की तादाद 4.52 लाख से ज्यादा है. इसके अलावा 85 वर्ष से ज्यादा आयु वाले 2.55 लाख मतदाता और 1.5 लाख दिव्यांग चुनाव में मतदान कर सकेंगे. हरियाणा में 100 से ज्यादा उम्र वाले वोटर्स की तादाद 10,000 के पार है. वहीं आखिरी वोटर लिस्ट का प्रकाशन 27 अगस्त को किया जाएगा. अग्रवाल ने कहा कि चुनाव के लिए कुल 20,629 मतदान केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो 2019 के चुनावों के मुकाबले 817 ज्यादा हैं. इनमें से 13,497 ग्रामीण क्षेत्रों में, जबकि 7,132 शहरी क्षेत्रों में होंगे. इनमें हर मतदान केंद्र में औसतन 977 मतदाता होंगे. 125 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिलाओं और 116 बूथों का प्रबंधन युवा कर्मचारी करेंगे. हर विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर दिव्यांग शख्स को भी तैनात किया जाएगा. इसके अलावा 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग कराने की कोशिश की जाएगी.
चुनाव आयोग की टीम ने की समीक्षा :इससे पहले मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. एस.एस. संधू के साथ चंडीगढ़ में हरियाणा के आगामी विधानसभा चुनावों के लिए चुनाव तैयारियों की समीक्षा की है. हरियाणा में विधानसभा का कार्यकाल 3 नवंबर 2024 को ख़त्म होने वाला है और हरियाणा में 90 सीटों के लिए वोट डाले जाने हैं. चुनाव आयोग के दौरे के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी), भारतीय राष्ट्रीय लोक दल और जननायक जनता पार्टी के प्रतिनिधि ने आयोग से मुलाकात की थी.
राजनीतिक दलों ने कौन से मुद्दे उठाए ? : चुनाव आयोग की टीम से मुलाकात के दौरान राजनीतिक दलों ने इन मुद्दों का उठाया है -
- उम्मीदवारों के लिए खर्च सीमा में बढ़ोत्तरी की जाए
- संवेदनशील मतदान केंद्रों में पर्याप्त केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती
- सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के खिलाफ सख्त कार्रवाई
- स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए जाए
- मतदान केंद्रों के बीच की दूरी को कम किया जाए
- बुजुर्ग और महिला मतदाताओं के लिए सुविधाओं में सुधार किया जाए
- शहरी क्षेत्रों में मतदान केंद्र के एंट्री गेट से पार्टियों के मतदान डेस्क की दूरी 200 मीटर की जगह 50 मीटर की जाए
- समय पर शिकायतों का निपटारा किया जाए
- उम्मीदवारों के साथ मतदाता सूची को समय पर साझा किया जाए
- घरों में मतदान के लिए जाते वक्त राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को पहले से सूचित किया जाए