कोटा: लंबे समय से कोटा में एयरपोर्ट की डिमांड की जा रही थी. अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के हेडक्वार्टर दिल्ली ने कोटा के नए ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण के लिए पहला टेंडर जारी कर दिया है. जिसमें एयर साइड यानी रनवे की तरफ का 467.67 करोड़ रुपए का टेंडर किया गया है. इसकी जानकारी लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को केंद्रीय उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू ने दी है. इसमें मंत्री नायडू ने यह भी बताया है कि यह टेंडर प्रक्रिया 3 महीने में पूरी होगी. इसके बाद निर्माण शुरू कर दिया जाएगा. इस टेंडर के जरिए एयर साइड में रनवे का निर्माण करवाया जाएगा. इसमें बिड जमा करने की अंतिम तारीख 11 अप्रैल है, जबकि 17 अप्रैल को टेंडर खोले जाएंगे. इसके बाद यह काम शुरू हो जाएगा.
कोटा एयरपोर्ट के डायरेक्टर तुलसीराम मीणा ने बताया कि यह टेंडर इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट कॉन्ट्रैक्ट (EPC) मोड पर किया गया है. इसके बाद एक दूसरा टेंडर करीब 630 करोड़ का भी लगाया जाना प्रस्तावित है. इसमें सिटी साइड के वर्क शामिल होंगे, जिसमें बिल्डिंग से लेकर अन्य कई कार्य हैं. यह टेंडर 15 से 20 फरवरी के आसपास जारी होने की उम्मीद है.
एयरपोर्ट को लेकर चर्चा करते लोकसभा स्पीकर ओम बिरला. (ETV Bharat Kota) पढ़ें:कोटा एयरपोर्ट की भूमि से विधुत लाइन शिफ्टिंग की बाधा हुई दूर, ओम बिरला ने अधिकारियों से लिया फीडबैक - kota airport
एयर साइड के कांटेक्ट में यह होगा निर्माण:
- 3.2 किलोमीटर लंबी और 45 मीटर चौड़ी एयरस्ट्रिप (रनवे) का निर्माण
- एयरस्ट्रिप के दोनों तरफ 7.5 मीटर का पेव्ड शोल्डर
- रनवे एज लाइट और रनवे के दोनों और सेफ्टी एरिया
- 12.5 किलोमीटर लंबी एयरपोर्ट एरिया की बाउंड्री, यह 8 फीट ऊंची होगी और इस पर डेढ़ फीट की फेंसिंग लगेगी
- एयरपोर्ट परिचालन क्षेत्र में सिटी साइड में 4.5 किलोमीटर लंबी प्रॉपर्टी वॉल बाउंड्री, यह 5 फीट ऊंची होगी
- बाउंड्री की परिधि के नजदीक सड़क और लाइटिंग
- वॉच टावर और एयरपोर्ट का ड्रेनेज सिस्टम
- एयरपोर्ट की पूरी जमीन को दीवार से दीवार तक ग्रेडिंग कर समतल किया जाएगा
- 7 हवाई जहाज की पार्किंग के लिए एप्रिन
- एयरस्ट्रिप से एप्रिन के बीच दो एयर टैक्सी वे.
- प्लेन को दिन और रात में उतरने में गाइड करने वाला एयरोनॉटिकल ग्राउंड लाइट सिस्टम
- नेशनल हाइवे 52 से एयरपोर्ट बाउंड्री तक एक किलोमीटर लंबा एप्रोच रोड
- रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के टैंक
- रनवे के नजदीक ग्रीन घास (दूब) लगाने का काम