रांचीः वित्त विधेयक 2022 के तीन बिंदुओं पर फोकस करते हुए राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बिल को लौटा दिया है. राजभवन की ओर से कहा गया है कि वित्त विधेयक 2022 के कुछ तथ्यों में लीगल मसला होने की वजह से एटार्नी जनरल से राय मांगी गई थी. राजभवन ने इस बाबत 10 अक्टूबर 2023 को पत्र लिखा गया था. इसपर एटार्नी जनरल की ओर से 11 मार्च 2024 को सुझाव मिला है. पूरा मामला स्टांप ड्यूटी से जुड़ा हुआ है. एटॉर्नी जनरल से मिले सुझाव का हवाला देते हुए वित्त विधेयक 2022 पर दोबारा विचार करने का सुझाव दिया गया है. मानसून सत्र के पहले दिन स्पीकर ने राजभवन के इस सुझाव को सदन में पढ़कर सुनाया.
इसके बाद स्पीकर ने पिछले सत्र से अबतक की अवधि में राजनेता, खिलाड़ी और आम नागरिकों के निधन पर शोक व्यक्त किया. उन्होंने पूर्व विधायक लालचंद महतो, एकीकृत बिहार के वक्त कांके के विधायक रहे हीराराम तुफानी, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, बिहार के पूर्व मंत्री महेंद्र नारायण यादव, बिहार विधानसभा की पूर्व सदस्य शांति देवी, पूर्व नौसेना प्रमुख एल रामदास, विनोवा भावा विवि के पूर्व कुलपति डॉ रमेश शरण, पूर्व अंतर्राष्ट्रीय एथलीट बुधवा उरांव के निधन को अपूर्णीय क्षति बताया. दिवंगत बुधवा उरांव ने 1987 में ढाका में आयोजित राउथ एशियन गेम में स्वर्ण पदक जीता था. इसके अलावा हाथरस में 121 लोगों की मौत की घटना, पश्चिम बंगाल के न्यू जलपाईगुड़ी में कंचनजंघा एक्सप्रेस और मालगाड़ी में हुई टक्कर में मारे गये लोगों, छत्तीसगढ़ के बीजापुर में दो जवानों और जम्मू कश्मीर के कठुआ और डोडा में जवानों की शहादत को पीड़ादायक बताते हुए सभी की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया.