लखनऊ: वर्ष 2020-21 में हुई सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा में सॉल्वर की मदद से नौकरी पाने वाले चार लोगों के खिलाफ भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की ओर से एफआईआर दर्ज की गई है. उत्तर प्रदेश में नागरिक पुलिस सब इंस्पेक्टर, अग्निशमन द्वितीय अधिकारी व प्लाटून कमांडर पीएसी के पदों पर भर्ती निकाली गई थी. इस भर्ती के दौरान सॉल्वर की मदद से नौकरी पाने वालों के खिलाफ शिकंजा कसा जा रहा है.
भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका के बाद एक जांच कमेटी बनाई थी. जांच कमेटी ने भर्ती के दौरान सॉल्वर की मदद से नौकरी पाने वाले चार लोगों को चिन्हित किया है. इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में बुलंदशहर के निर्भय, एटा की मलती, अलीगढ़ के गौरव कुमार व लखनऊ के रोहित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने नौकरी पाने के लिए सॉल्वर की मदद ली है.
हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका के बाद भर्ती एवं प्रोउन्नति बोर्ड ने जांच कमेटी बनाई थी. जांच कमेटी ने लिखित परीक्षा व शारीरिक परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों का सत्यापन कराया गया. सत्यापन के दौरान परीक्षा में शामिल होने वाले व्यक्ति के फिंगरप्रिंट व नौकरी में चयनित हुए अभ्यर्थी के फिंगरप्रिंट से मैच नहीं हुई, जिसके बाद इसके खिलाफ एफआीआर दर्ज कराई गई है.
लखनऊ के रोहित के खिलाफ हुसैनगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. रोहित ने 27 नवंबर 2021 को सुबह की पाली में लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र स्थित छात्र शक्ति इन्फो सॉल्यूशन में सॉल्वर को बिठाकर परीक्षा पास की थी. परीक्षा देने वाले व्यक्ति और गौरव के फिंगरप्रिंट मैच नहीं कर रहे हैं. बुलंदशहर के निर्भय ने आगरा में सॉल्वर की मदद से परीक्षा दी, आगरा सेंटर पर परीक्षा देने वाले व्यक्ति और निर्भय के फिंगरप्रिंट मैच नहीं कर रहे हैं.