लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं में होने वाले पेपर लीक को देखते हुए सरकार अब एक ओर बड़ा कदम उठाने जा रही है. योगी सरकार यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड, यूपीपीएससी और यूपीएसएसएससी के जरिए होने वाली सभी भर्तियों की परीक्षा का पेपर सरकारी प्रिंटिंग प्रेस से छपवाने की तैयारी कर रही है. इसके लिए कई स्तरों की बैठक होने के बाद सरकार अपने चारों प्रिंटिंग प्रेस को अपडेट करने और सुरक्षा के सभी मानकों को पूरा करने की तैयारी शुरू कर दी गई है.
यूपी में इसी साल फरवरी महीने में हुई पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ, जिससे परीक्षा पेपर छापने और ट्रांसपोर्ट करने वाली एजेंसियों पर सवाल उठे. सरकार की भी जमकर किरकिरी हुई. जिसके बाद सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा विधेयक 2024 अधिनियम पास करवा पेपर लीक करने वालों पर शिकंजा कसने की कावायद की. इसमें पेपर लीक करने वाले गैंग के लोगों को आजीवन करावास से लेकर एक करोड़ का अर्थदंड तक लगाने का प्रावधान था. हालांकी यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर अहमदाबाद स्थित ट्रांसपोर्ट कंपनी से हुआ था, ऐसे में सरकार अब पेपर छपवाने और उसे ट्रांसपोर्ट करने में सतर्कता बरतने की ओर कदम बढ़ा रही है.
दरअसल अक्टूबर महीने में प्रिंटिंग और स्टेशनरी डिपार्टमेंट की बैठक हुई थी. जिसमें, प्रमुख सचिव औद्योगिक विकास, यूपी लोक सेवा आयोग और यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के चेयरमैन भी शामिल हुए थे. बैठक में राज्य की सभी चारों गवर्नमेंट प्रेस लखनऊ, रामपुर, प्रयागराज और वाराणसी में आने वाले दिनों में भर्ती और प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र छापने की शुरुआत की जा सकती है. इस पर काफी मंथन किया गया. साथ ही इसके लिए चारों गवर्नमेंट प्रेस की प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी को अपडेट करने, सुरक्षा के सभी मानकों को पूरा करने, फिजिकल स्केनिंग की सुविधाओं को लगाने पर फैसला हुआ है.