दिल्ली

delhi

ETV Bharat / state

‘दिव्यांग बेटियों को दिन-रात एक कर पाल रहा था पिता...’ वसंत कुंज सुसाइड केस में चौंकाने वाला खुलासा - Delhi Rangpuri Suicide Case - DELHI RANGPURI SUICIDE CASE

5 FAMILY MEMBER SUICIDE: दिल्ली के वसंत कुंज के रंगपुरी इलाके में एक ही परिवार के 5 लोगों का शव मिलने से लोग सहमे हुए हैं. दरअसल, यहां पिता ने चारों बेटियों के साथ जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. इस मामले में पड़ोसियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. आइए जानते हैं पूरा मामला...

Etv Bharat
एक ही परिवार के 5 लोगों का शव मिलने से मचा हड़कंप (Etv Bharat)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Sep 28, 2024, 1:00 PM IST

Updated : Sep 28, 2024, 1:28 PM IST

नई दिल्ली:राजधानी दिल्ली के रंगपुरी इलाके से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है. जहां एक परिवार के पांच सदस्यों के संदिग्ध परिस्थितियों में शव बरामद किए गए हैं. पुलिस ने शुक्रवार की सुबह किराये के घर से लाशें बरामद की है. 46 साल के हीरालाल मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे. वर्तमान में परिवार के साथ रंगपुरी गांव स्थित किराए के मकान में रह रहे थे. शुरुआती जांच में पुलिस ने बताया कि मामला आत्महत्या का है. वहीं, इस घटना के बाद उसके पड़ोसियों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है.

पत्नी की मौत के बाद टूट चुका था हीरालाल

हीरालाल के पड़ोसी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि, "पत्नी की मौत के बाद हीरालाल काफी टूट चुका था. हीरालाल की बेटियां दिव्यांग होने की वजह से चलने-फिरने में असमर्थ थीं, जिसे लेकर हीरालाल परेशान रहता था. वह सुबह काम पर जाता था लेकिन उससे पहले सभी बेटियों के लिए खाना-पीने बना करके जाता और फिर शाम को आकर सबसे पहले बेटियों की देखरेख और उनके खाने की व्यवस्था करता था. एक तरफ घर चलाने की जिम्मेदारी दूसरी तरफ चार दिव्यांग बेटियों का जिम्मा, धीरे-धीरे हीरालाल की हिम्मत जवाब देने लगी और वह परेशान रहने लगा. अंत में उसने बेटियों के साथ आत्महत्या कर ली."

सुसाइड मामले में पड़ोसियों ने किया चौंकाने वाला खुलासा (ETV BHARAT)

यह भी पढ़ें-दिल्ली में चार बेटियों संग पिता ने की खुदकुशी, तीन दिन से कमरे में पड़े थे शव

उनके दूसरे पड़ोसी ने कहा कि, "मृतक हीरालाल काफी वर्षों से यहां पर रह रहे थे. हीरालाल की कभी किसी भी व्यक्ति से कोई बात नहीं होती थी. वह और उनकी चार बेटियां हमेशा एक छोटे से कमरे में ही रहते थे. ना किसी से कोई बात और ना ही किसी से मिलना जुलना, पूरा परिवार किसी से कोई मतलब नहीं रखता था. पहली बार जब हीरालाल की पत्नी की मृत्यु हुई थी तो उनकी बेटियों को देखा था. इससे पहले उन्हें नहीं मालूम था कि उनकी चार बेटियां भी इस कमरे में रहती हैं."

डीसीपी रोहित मीणा का बयान (ETV BHARAT)

यह भी पढ़ें-IP यूनिवर्सिटी की हॉस्टल बिल्डिंग से कूदकर MBA स्टूडेंट ने दी जान

Last Updated : Sep 28, 2024, 1:28 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details