अंबाला/जींद/रोहतक/सोनीपत:किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आदेशों के बाद हरियाणा के कई जिलों में किसानों ने केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. शुक्रवार को अंबाला में किसानों ने सरकार की शव यात्रा निकालते हुए पुतला फूंका. इस दौरान किसानों ने कहा कि आगामी 26 जनवरी को किसान ट्रैक्टर मार्च निकलकर रोष प्रकट करेंगे.
सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजीःकिसान नेताओं ने मौके पर कहा कि किसान आंदोलन 2.0 को चलते हुए काफी लंबा समय हो गया है. जगजीत सिंह डल्लेवाल को आमरण अनशन पर बैठे हुए लगभग 46 दिन हो गए हैं. सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए किसान नेता डल्लेवाल ने आज सभी जगह पर सरकार का पुतला फूंकने के आदेश दिए थे. इसी कड़ी के चलते अंबाला के विभिन्न गांव में किसानों ने आज सरकार की शव यात्रा निकाली, पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसान अपनी मांगो को लेकर काफी समय से खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं लेकिन सरकार उन्हें अनदेखी कर रही है.
46 दिनों से जगजीत सिंह डल्लेवाल अनशन परःहरियाणा-पंजाब खनौरी बॉर्डर पर मौजूद किसानों ने शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और कृषि मंत्री शिवराज चौहान के पूतले फूंके. वहीं लगातार 46 दिनों से हरियाणा-पंजाब के बॉर्डर पर आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत लगातार खराब हो रही है.
नई कृषि मार्केटिंग पॉलिसी का ड्राफ्ट जलाएंगे किसानःमोर्चे पर पत्रकारों से बात करते हुए किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़, काका सिंह कोटड़ा ने बताया कि आगे किसान लोहड़ी के अवसर पर यानी 13 जनवरी को पूरे देश में नई कृषि मार्केटिंग पॉलिसी का ड्राफ्ट जलाकर रोष जताएंगे. कोटड़ा ने कहा कि नई कृषि मार्केटिंग पॉलिसी का ड्राफ्ट रद्द किए गए किए कृषि कानूनों का ही रूप है. पुराने ही नियमों को नए तरीके से लागू किया जा रहा है और किसान इसका विरोध कर रहे हैं. साथ ही किसान नेताओं ने 26 जनवरी को देश भर में ट्रैक्टर मार्च निकालने का फैसला लिया है.
गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब पटियाला में संयुक्त बैठकःकोटड़ा ने बताया किसान नेताओं ने मोगा महापंचायत में फैसला लिया था कि संयुक्त किसान मोर्चा की 6 सदस्यीय एकता कमेटी जिसमें राकेश टिकैत, बलबीर सिंह राजेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, रमिंदर सिंह पटियाला, डॉ. दर्शन पाल और कृष्ण प्रसाद 101 किसानों के समूह के साथ खनौरी और शंभू सीमाओं पर एकता का संकल्प लेकर जाएंगे, जिसमें 15 जनवरी को पटियाला के गुरुद्वारा दुखनिवारण साहिब में एक संयुक्त बैठक आयोजित करने का निमंत्रण भी शामिल है.