धमतरी:छत्तीसगढ़ सरकार कई सालों से धमतरी के किसानों से फसल चक्र में परिवर्तन की अपील कर रही है. अब ये किसान खुद फसल चक्र परिवर्तन के समर्थन में सामने आ रहे हैं. धमतरी में किसान संगठनों ने फसल चक्र परिवर्तन का समर्थन किया है. हालांकि किसानों ने कुछ शर्तें सरकार के सामने रखी है. धमतरी जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए किसानों ने मांग की है कि वह धान की जगह दलहन और तिलहन की फसल करने के लिए तैयार हैं. साथ ही जल संरक्षण का वह समर्थन भी करते हैं.
धमतरी के किसानों ने की ये मांग: धमतरी के किसानों ने अपनी समस्या सरकार के सामने रखी है. किसानों ने मांग की है कि दलहन-तिलहन के लिए उन्हें समर्थन मूल्य सरकार दे. साथ ही साथ फसल को बेचने के लिए सही मंडी भी उपलब्ध कराए, जिससे किसानों की मेहनत का उन्हें भरपूर दाम मिल सके. साथ ही अत्यधिक पानी के दोहन वाले धान की फसलों से छुटकारा मिल सके. इससे पानी का संरक्षण भी होगा. साथ ही दलहन-तिलहन की उपज बढ़ेगी और किसान समृद्ध होंगे. धमतरी कलेक्टर ने किसानों के मांग की सराहना की है. साथ ही इस मांग से शासन को अवगत कराने की बात कही है.
धान की खेती में बहुत ज्यादा लागत भी आती है और रासायनिक खाद दवा का प्रयोग बहुत ज्यादा मात्रा में किसान कर रहे हैं. इस कारण मिट्टी के गुणवत्ता और मिट्टी की शक्ति खराब हो रही है. रासायनिक खाद और दवाई के कारण वातावरण भी दूषित हो रहा है. हम किसान भी धान की खेती नहीं करना चाहते, मजबूरी में करते हैं. अगर हम फसल परिवर्तन कर दलहन तिलहन, चना, गेहूं, उड़द, मूंग की खेती करते हैं तो हमें बाजार उपलब्ध नहीं हो पाता औने पौने में बेचना पड़ता है. :लीलाराम साहू, किसान नेता