कोटा. उदयपुर से आगरा के बीच में वंदे भारत को वाया कोटा चलाने की घोषणा की गई है. यह ट्रेन 2 सितंबर से सप्ताह में तीन दिन चलेगी. ट्रेन की बुकिंग फिलहाल शुरू नहीं हुई, क्योंकि किराया तय नहीं हुआ है. उदयपुर से कोटा होकर आगरा के बीच चलने वाली वंदे भारत में चेयर कार और एग्जीक्यूटिव क्लास है. हालांकि, देशभर में चल रही वंदे भारत ट्रेनों का किराया देखा जाए तो यह फर्स्ट एसी के किराए से ज्यादा एग्जीक्यूटिव क्लास का बनता है. इसी तरह से सेकंड एसी के बराबर चेयरकार का किराया वंदे भारत का है. हालांकि इसमें समय में काफी बचत हो रही है. वर्तमान में चल रही ट्रेन से देखा जाए तो समय में कोटा से उदयपुर और आगरा दोनों तरफ से जाने में करीब 1 से 2 घंटे की बचत हो रही है.
उत्तरी पश्चिमी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशिकरण का कहना है कि अभी आधिकारिक तौर पर किराया तय नहीं हुआ है. इसके लिए रेलवे का लेख और वित्त विभाग कार्रवाई कर रहा है. किराया तय होने के बाद बुकिंग भी शुरू हो जाएगी. किराया तय होने के बाद सूची भी जारी कर दी जाएगी.
मेवाड़ एक्सप्रेस से 2 घंटे कम लगेंगे :उदयपुर से कोटा आने वाली मेवाड़ एक्सप्रेस ट्रेन 278 किमी का सफर तय करने में 6 घंटे 25 मिनट का समय लेती है. जबकि वंदे भारत 4 घंटे 5 मिनट में कोटा पहुंच जाएगी. इसी तरह से वापस जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस जहां पर 4 घंटे 45 मिनट का समय कोटा से उदयपुर का लेगी, जबकि मेवाड़ एक्सप्रेस 5 घंटे 35 मिनट का समय लेती है. ऐसे में वंदे भारत से उदयपुर से कोटा आने में करीब 2 घंटे 20 मिनट कम लगेंगे, जबकि कोटा से उदयपुर जाने में 50 मिनट बचेंगे.
आगरा से कोटा केवल 4 घंटे में सफर : कोटा-पटना ट्रेन को 332 किलोमीटर का सफर तय कर कोटा से आगरा कैंट स्टेशन जाने में 5 घंटे 55 समय लगता है, जबकि वंदे भारत एक्सप्रेस को कोटा से आगरा कैंट स्टेशन जाने में 4 घंटे 40 मिनट का समय लगेगा. इसी तरह से वापसी में कोटा पटना ट्रेन 5 घंटे 15 मिनट आगरा कैंट से कोटा के लेती है. जबकि वंदे भारत एक्सप्रेस महज 4 घंटे में ही कोटा पहुंच जाएगी.