बस्ती:बस्ती जिले के बहुचर्चित मोहित अपहरण कांड में बुधवार को जिले के पुलिस कप्तान मीडिया के सामने आए और केस सलझाने का दावा किया. लेकिन बस्ती पुलिस के आधे अधूरे खुलासे से उनकी कार्य प्रणाली पर अभी भी सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर पुलिस मोहित को क्यों नहीं बरामद कर पा रही है. लोग अब भी सवाल पूछ रहे हैं कि मोहित कहां है. चार दिन से लगातार पिट रही भद्द को बाद एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी ने इस अपहरण कांड में शामिल अन्य चार आरोपी को भी गिरफ्तार करके मीडिया के सामने पेश किया. लेकिन अभी भी एक सवाल सभी के जेहन में घूम रहा है कि, आखिर मोहित कहां है?. इस अपहरण कांड से नाराज समाजवादी पार्टी के तीन-तीन विधायक पहले अनशन उसके बाद भूख हड़ताल तक कर रहे हैं. भारी दबाव के बीच बस्ती पुलिस ने वारदात में शामिल अन्य चार आरोपियों को पकड़ कर जेल भेज दिया है.
एसपी गोपाल कृष्ण चौधरी ने खुलासा करते हुए बताया कि, मोहल्ले के लोगों की ओर से कोतवाली पुलिस को फोन करके बताया गया कि, एक घर में मारपीट और तोड़-फोड़ की जा रही है, सैय्यद इल्हान और उनके साथ अन्य कई लड़के आकर मोहित यादव के कमरे में घुस कर तोड़-फोड़ किए. मारपीट के बाद मोहित को घर से खींचकर पैदल कुछ दूर ले गए फिर मुख्य मार्ग पर गाड़ी में बैठाकर हत्या करने की नियत से ले गए.
चौधरी ने बताया कि, गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि, मारपीट कर उसके शव को नदी में फेंक दिया है. जिसके बाद मोहित के शव को ढूंढने के लिए बस्ती पुलिस टीम की ओर से एसडीआरएफ की मदद से घाघरा/कुआनो नदी में अपहृत मोहित के शव के तलाश लगातार की जा रही है.