रांची: राजधानी रांची में नकली और अवैध शराब का कारोबार जम कर फल फूल रहा है. शराब के काले कारोबार में कई सफेदपोश भी शामिल हैं. ऐसे में उत्पाद विभाग शराब माफिया पर नकेल कसने के लिए अब सीआईडी की मदद लेने की तैयारी में है ताकि शराब के काले कारोबार के पीछे शामिल बड़े माफिया भी गिरफ्त में आ सके.
सीआईडी की मदद की जरूरत
दरअसल, नकली शराब को लेकर उत्पाद विभाग की चिंता की बड़ी वजहें है. हाल के दिनों में सैकड़ों लीटर नकली और अवैध शराब राजधानी के विभिन इलाकों से जब्त किए गए हैं. इन मामलों में आधा दर्जन से ज्यादा आरोपियों की गिरफ्तारी भी हुई है लेकिन नकली शराब के पीछे जो सफेदपोश हैं उनतक उत्पाद विभाग नहीं पहुंच पा रही है. सहायक उत्पाद आयुक्त अरुण कुमार मिश्रा के अनुसार नकली शराब के खेल में कई सफेदपोश शामिल हैं उनतक पहुचने के लिए उत्पाद विभाग को अब सीआईडी की मदद लेनी पड़ेगी. उसके लिए विभाग तैयारी कर रहा है. ताकि नकली शराब के नेटवर्क में शामिल बड़ी मछलियों को कानून के शिंकजे में लिया जा सके.
जान और राजस्व दोनों का नुकसान
उत्पाद विभाग के अनुसार महंगे ब्रांड के शराब में नकली और दोयम दर्जे की शराब मिलाकर शराब माफिया बाजार में खपाना चाहते हैं. रांची के पिठोरिया वर्तमान समय में शराब माफिया के लिए स्वर्ग बना हुआ है. पिछले दो सफ्ताह में इस इलाके से हजारों लीटर अवैध शराब ,स्प्रिट, सैकड़ों महंगे ब्रांड के बोतल और स्टिकर बरामद किया जा चुका है.