जयपुर. लोकसभा चुनाव के रण में मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र भरतपुर लोकसभा सीट से भाजपा को कड़े मुकाबले में पटखनी देकर संजना जाटव सबसे कम उम्र की सांसद बनी हैं. चुनाव जीतने के बाद आज बुधवार को संजना जाटव अपने समर्थकों के साथ जयपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वॉर रूम पहुंची, जहां उन्होंने पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मुलाकात की. गोविंद सिंह डोटासरा ने उन्हें जीत की बधाई दी. यहां ईटीवी भारत से खास बातचीत में संजना जाटव ने कहा है कि संसद पहुंचकर वे सबसे पहले जाट आरक्षण का मुद्दा उठाएंगी.
संजना जाटव ने अपना चुनावी अनुभव बताते हुए कहा कि उनके लिए यह चुनाव काफी कठिन था, लेकिन भरतपुर में जनता ने भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ा है. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ा है. इसके लिए जनता जनार्दन को बहुत-बहुत धन्यवाद. उन्होंने कहा कि उनके साथ जनता थी. जनता ने चुनाव लड़ा है. आमजन ने चुनाव लड़ा है. उन्होंने चुनाव में समर्थन और सहयोग के लिए पूर्व मंत्री विश्वेंद्र सिंह और नेमसिंह फौजदार का भी आभार जताया. संजना जाटव ने कहा कि इन लोगों ने जी-जान से चुनाव लड़ा है. उनका बहुत-बहुत आभार.
जाट आरक्षण की मांग को लेकर कही यह बात : उन्होंने आगे कहा कि भरतपुर में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जाट आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन चला. समाज के लोगों ने केंद्र की मोदी सरकार पर बेरुखी का आरोप लगाते हुए भाजपा को वोट नहीं देने का संकल्प लिया था. इसके लिए बाकायदा एक मुहिम चली और लोगों को गंगाजल हाथ में लेकर शपथ दिलाई गई. संजना जाटव ने कहा कि इस मुहिम का लोकसभा चुनाव पर गहरा असर पड़ा है. एक तरह से उन सभी ने ही यह चुनाव लड़ा है. अब जब जनता ने उन्हें मौका दिया है तो सबसे पहले संसद में जाट आरक्षण का मुद्दा ही उठाएंगी.