चंडीगढ़ :हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस पार्टी के लिए किसी 440 वोल्ट के झटके से कम नहीं थे. चुनावी नतीजे आने से पहले कांग्रेस ने हरियाणा में नई सरकार बनाने की तैयारी कर ली थी, जलेबी तक बंटने के लिए तैयार थी. एग्जिट पोल के नतीजे भी इसी ओर इशारा कर रहे थे लेकिन पोस्टल बैलेट में लीड लेने के बाद जब नतीजे आने शुरू हुए तो वे कांग्रेस के अरमानों पर जोरदार आघात कर गए और हरियाणा में बीजेपी ने हैट्रिक लगाते हुए तीसरी बार सरकार बना डाली.
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की शिकायत :कांग्रेस नेताओं ने मंगलवार से ही ईवीएम पर सवाल उठाने शुरू कर दिए थे. बुधवार को कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल अपनी शिकायतों का पुलिंदा लेकर चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचा. वहां जाने वाले नेताओं में पवन खेड़ा, हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, चौधरी उदयभान भी शामिल थे. कांग्रेस ने हरियाणा चुनाव के नतीजों को लेकर गड़बड़ी की चुनाव आयोग से शिकायत की.
ईवीएम की बैटरी ने हरवाया ? :बैठक के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने मीडिया के सामने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए बताया कि केसी वेणुगोपाल, अशोक गहलोत, जयराम रमेश, अजय माकन, भूपिंदर सिंह हुड्डा और अन्य पार्टी नेताओं ने ईसीआई के अधिकारियों से मुलाकात की है. हमने चुनाव आयोग को 20 शिकायतों के बारे में बताया है, जिनमें से 7 निर्वाचन क्षेत्रों की लिखित शिकायतें हैं. ऐसी मशीनें थीं जिनकी बैटरी मतगणना के दिन 99% दिखा रही थी, जबकि अन्य सामान्य मशीनें 60-70% पर थीं, हमने ये भी कहा कि जांच पूरी होने तक उन मशीनों को सील कर दिया जाना चाहिए. अगले 48 घंटों में हम बाकी शिकायतें भी उनके सामने रखेंगे.
हुड्डा ने क्या कहा ? :चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के ये नतीजे शॉकिंग थे, क्योंकि सभी को लगा था कि कांग्रेस हरियाणा में सरकार बनाएगी. चाहे आईबी हो, एक्सपर्ट्स हों, सर्वे रिपोर्ट हों, लेकिन हुआ वही जब डाक मतपत्रों की गिनती शुरू हुई, कांग्रेस हर जगह आगे चल रही थी, लेकिन जब ईवीएम की गिनती शुरू हुई, तो कई जगहों पर वोटों की गिनती में देरी हुई. हमें कई शिकायतें मिली है. कई जगह पर वोटों की गिनती में देरी हुई है. चुनाव आयोग ने शिकायतों को देखने का हमें भरोसा दिया है.