शिमला: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कार्यकारिणी को भंग कर दिया गया है. इसके साथ ही जिला इकाइयों सहित ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों को भी तुरंत प्रभाव से भंग किया गया है. अखिल भारतीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस बारे में आदेश जारी किए हैं जिसके बाद बुधवार को कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल के कार्यालय से लेटर जारी किया गया.
प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी सहित सभी जिला व ब्लॉक इकाइयों को भी भंग किए जाने के बारे में जानकारी दी गई है. हिमाचल में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के बाद से ही कांग्रेस कार्यकारिणी को भंग किए जाने की मांग उठ रही थी. इसको लेकर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने भी हाईकमान को पत्र लिखकर पुरानी कार्यकारिणी को भंग कर नए सिरे से गठन की मंजूरी मांगी थी. ऐसे में हाईकमान ने इस प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगा दी है.
निष्क्रिय पदाधिकारियों की अब नो एंट्री
हिमाचल में इस साल हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सभी चारों सीटों पर हार का मुंह देखना पड़ा था. हालांकि प्रदेश में दो बार हुए विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा था. कांग्रेस ने 9 सीटों पर हुए उपचुनाव में 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार हुई थी. इसके पीछे पार्टी पदाधिकारियों की निष्क्रियता बड़ी वजह बताई जा रही है. यहां तक कि मंडी संसदीय सीट पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत मानी जा रही थी. यहां से प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के पुत्र PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह चुनाव लड़ रहे थे, लेकिन उनको भी हार का सामना करना पड़ा था जिसके पीछे पार्टी पदाधिकारियों की निष्क्रियता को कारण बताया गया है.