नायब तहसीलदार भूपेंद्र कुमार (ETV Bharat Didwana) डीडवाना कुचामन : बंटवारे के बाद जो लोग पाकिस्तान चले गए थे, उनकी संपत्तियों को सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया था, जिन्हें कस्टोडियन भूमि कहा जाता है. लंबे समय से इन जमीनों की देखरेख पर कोई ध्यान नहीं दिए जाने के कारण इन पर कब्जे और अतिक्रमण हो गए थे. डीडवाना कुचामन जिले में इन कास्टोडियन जमीनों पर अतिक्रमण का मामला कई दिनों से छाया हुआ था.
कस्टोडीयन जमीनों पर हो रखे अतिक्रमण को लेकर बार-बार आ रही शिकायतों के बाद जिला प्रशासन हरकत में आया है और जिला कलेक्टर बाल मुकुंद असावा के निर्देश पर प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू कर दिया है. शुरू में डीडवाना उपखंड से कस्टोडियन जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराकर राजकीय भूमि के बोर्ड लगाए जा रहे हैं. इसके बाद मकराना, नावां और परबतसर उपखंडों में भी अभियान के तहत कार्रवाई की जाएगी.
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डीडवाना उपखंड में तहसील कार्यालय द्वारा 624 खसरों की 753 हेक्टेयर भूमि को चिह्नित किया गया है, जहां से अतिक्रमण हटाए जाएंगे. इसी क्रम में मेगा हाईवे पर शेखाबासनी गांव के आसपास स्थित 14 खसरों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई. इस दौरान तहसीलदार रामस्वरूप मीणा के नेतृत्व में प्रशासन और पुलिस की टीम अतिक्रमण हटाने पहुंची. कई जमीनों पर पट्टियां रोपकर, तारबंदी कर और बाड़ बनाकर अतिक्रमण पाए गए, जिन्हें बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण मुक्त किया गया. साथ ही मौके पर राजकीय भूमि का सूचना बोर्ड भी लगाया गया. नायब तहसीलदार भूपेंद्र कुमार ने बताया कि अतिक्रमण हटाने का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और कास्टोडीयन की सभी जमीनों से अतिक्रमण हटाए जाएंगे.