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वन क्षेत्र में बिजली कनेक्शन पर डिस्कॉम-केईडीएल दे रही अतिक्रमण को बढ़ावा, लीगल नोटिस जारी - Legal Notice Issued

वन विभाग की तरफ से लीगल नोटिस जयपुर डिस्कॉम के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर कोटा और स्टेडियम के सीओओ शांतनु भट्टाचार्य को जारी किया गया है. वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार वन क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण करने वाले लोगों को विद्युत कनेक्शन जारी कर रहे हैं. यह पूरी तरह से अवैध कार्य है और यह अतिक्रमण को बढ़ावा देने वाला है.

Electricity Encroachmen
Electricity Encroachmen

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 24, 2024, 8:02 AM IST

डीसीएफ मेहरा ने क्या कहा, सुनिए...

कोटा.शहर के अनंतपुरा इलाके की बरड़ा बस्ती में हाल ही में वन विभाग ने पुलिस के साथ मिलकर अतिक्रमण को हटाया था और सैकड़ो लोगों पर कार्रवाई की थी. उनके मकानों को भी तोड़ा गया था. वहीं, प्लाटों को भी अतिक्रमण से मुक्त करवाया था. मौके पर अधिकांश घरों में कोटा इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड के बिजली मीटर लगे हुए थे. केईडीएल की टीम ने तब यह सारे मीटर हटाए भी थे. हालांकि, अब वन विभाग की तरफ से लीगल नोटिस जयपुर डिस्कॉम के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर कोटा और स्टेडियम के सीओओ शांतनु भट्टाचार्य को जारी किए है.

उपवन संरक्षक कोटा तरुण मेहरा का कहना है कि केईडीएल और डिस्कॉम दोनों वन क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण करने वाले लोगों को विद्युत कनेक्शन जारी कर रहे हैं. यह पूरी तरह से अवैध कार्य है और यह अतिक्रमण को बढ़ावा देने वाला है. डीसीएफ मेहरा ने शहर के आंवली रोजड़ी, बरड़ा बस्ती, क्रेशर बस्ती, भदाना, खंड गांवड़ी, नांता, लखावा सहित कई वन क्षेत्र में विद्युत कनेक्शन देने पर रोक लगाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा है कि जब तक यह सुनिश्चित नहीं हो जाए कि यह वन भूमि नहीं है, इन क्षेत्रों में विद्युत कनेक्शन दिए जाते हैं, तब केईडीएल और डिस्कॉम के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

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तुरंत हटाए लगे हुए पोल, अवैध कनेक्शन भी काटे : डीसीएफ मेहरा का कहना है कि वर्तमान में वन क्षेत्र में बिजली कंपनी और डिस्कॉम के खड़े किए गए पोल और दिए गए बिजली कनेक्शन हटाने के लिए निर्देश हैं. अगर यह नहीं हटते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी. इसके लिए जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में फॉरेस्ट एक्ट के तहत वाद दायर किया जाएगा. दूसरी तरफ, बरड़ा बस्ती में अतिक्रमण हटाने के बाद दोबारा अतिक्रमी आकर नहीं जम जाए. इसकी भी सघन निगरानी की जा रही है. वहां पर 24 घंटे फॉरेस्ट की टीम डेप्लॉय रहती है. रात के समय भी अधिकारी मॉनिटरिंग और निरीक्षण के लिए पहुंच रहे हैं. डीसीएफ मेहरा सहित अन्य अधिकारी भी मौके का निरीक्षण लगातार कर रहे हैं.

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