धनबाद के उप डाकघर में करोड़ों रुपए की हेराफेरी के संबंध में जानकारी देते वरिष्ठ डाक अधीक्षक उत्तम सिंह. धनबादः जिले के गोविंदपुर केके पॉलिटेक्निक स्थित उप डाकघर में करोड़ों रुपए की सरकारी राशि की हेराफेरी का मामला सामने आया है. एक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है. डायरेक्टर ऑफ अकाउंट पोस्ट की रिपोर्ट सामने आने के बाद सरकारी राशि गबन का खुलासा हुआ. प्रथम दृष्टया करीब 1.80 करोड़ रुपए मिसिंग है. हालांकि जांच के बाद राशि 10 करोड़ रुपए से अधिक होने का अनुमान है.
कमेटी गठित कर जांच की गई शुरू
इस मामले में धनबाद के वरिष्ठ डाक अधीक्षक उत्तम सिंह ने बताया कि कमेटी गठित कर मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी है. उन्होंने गबन की सीबीआई जांच कराने की बात कही है. साथ ही संबंधित पोस्टमास्टर सुमित सौरभ का तबादला केके पॉलिटेक्निक पोस्ट ऑफिस से झरिया पोस्ट ऑफिस कर दिया गया है.
राशि गबन मामले में पोस्टमास्टर के साथ चार कर्मियों की संलिप्तता उजागर
इस संबंध में वरिष्ठ डाक अधीक्षक ने कहा कि करोड़ों की हेराफेरी मामले में चार लोगों के नाम सामने आए हैं. सभी का ट्रांसफर फिलहाल अन्य पोस्ट ऑफिस कर दिया गया है, ताकि वे वित्तीय गड़बड़ी ना कर सकें. उन सभी की आईडी ब्लॉक कर दी गई है. मामले की जांच अभी चल रही है. एक करोड़ 80 लाख की गड़बड़ी का अनुमान है, लेकिन कुल कितनी राशि की गड़बड़ी हुई है इस बात की पूरी जानकारी अभी नहीं मिल सकी है.
सीबीआई कर सकती है मामले की जांच
उन्होंने कहा कि 50 लाख से ऊपर की गड़बड़ी की जांच सीबीआई करती है. इस गड़बड़ी की जांच भी संभवतः सीबीआई करेगी. जांच में उप डाकघर के प्रभारी सहायक पोस्ट मास्टर सुमित सौरभ कुमार, परितोष लकड़ा, शंकर भाटिया और भरत प्रसाद रजक की संलिप्तता सामने आई है. जांच के उपरांत कई और लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. हालांकि कुल गबन राशि में से 20 लाख रुपए की रिकवरी कर ली गई है. चारों पोस्ट ऑफिस के कर्मियों का तबादला कर दिया गया है. पूरे मामले में और कई कर्मचारी नप सकते हैं.
करोड़ों के गबन का खुलासा होने के बाद डाक विभाग में हड़कंप
वहीं इतनी बड़ी राशि के गबन का खुलासा होने के बाद डाक विभाग में हड़कंप मच गया है. गोविंदपुर केके पॉलिटेक्निक उप डाकघर में कई प्रकार की चर्चा हो रही है. सभी पदाधिकारी और कर्मचारी सावधान हो गए हैं. अब देखने वाली बात यह होगी कि जांच में और कौन-कौन से नए चेहरे बेनकाब होंगे.
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