बलरामपुर में हाथियों का आतंक, रात में हाथी मचा रहे तबाही, ग्रामीण रतजगा करने को मजबूर - बलरामपुर में हाथियों का आतंक
Elephant terror in Vadrafnagar बलरामपुर के वड्रफनगर में 35 हाथियों के दल के डेरा डाल रखा है. खेतों में लगी फसल को हाथी नुकसान पहुंचा रहे है. जिसकी वहज से लोगों में डर का माहौल है. Vadrafnagar of Balrampur
बलरामपुर: बलरामपुर के वाड्रफनगर फोरेस्ट एरिया में हाथियों का दल रिहायशी इलाकों में घुस आया है. करीब पैंतीस हाथियों का दल इस इलाके में घूम रहा है. किसानों की फसलों को हाथियों का दल बर्बाद कर रहा है और आस पास के मकानों में तोड़ फोड़ मचा रहा है. गजराज की धमक से पूरे वाड्रफनगर में खौफ का माहौल है और लोग डरे हुए हैं.
गेहूं, सरसो और सब्जियों की फसल को हुआ नुकसान: हाथियों का दल गेहूं के खेत में घूम रहा है. इसके अलावा सरसो की फसलों को भी हाथियों ने बर्बाद कर दिया है. खेत में लगी सब्जियां भी हाथियों के निशाने पर है. फसल के नुकसान से किसानों में चिंता है.
बलरामपुर जिले के इन गांवों में हाथियों का उत्पात
पेंडारी
पोखरा
इकनारा
ककनेसा
वाड्रफनगर फोरेस्ट एरिया में हाथियों की आवाजाही लगातार बनी रहती है. भोजन पानी की तलाश में हाथी रिहायशी इलाकों का रुख करते हैं. खेतों में लगी फसलों की महक हाथियों को अपनी ओर खींचती है.
शाम के समय बढ़ जाती है हाथियों की आवाजाही: वाड्रफनगर इलाके में शाम के समय हाथियों की आवाजाही बढ़ जाती है. रात भर इलाके में हाथियों का दल घूमता है. घरों और खेतों में रात भर नुकसान पहुंचाने के बाद हाथियों का दल सुबह होते ही जंगल की ओर रवाना हो जाता है. गांव वालों को रतजगा कर रात गुजारनी पड़ती है.
वाड्रफनगर में गांववाले डरे: वाड्रफनगर इलाके में गांव वाले डरे हुए हैं. गांव वालों को जंगल की ओर नहीं जाने की सलाह दी गई है. इससे पहले हाथियों के आतंक को देखते हुए वाड्रफनगर इलाके के स्कूलों को बंद कर दिया गया था. बलरामपुर के कई गांवों में हर साल मानव हाथी संघर्ष की स्थिति बनती है. वन विभाग लगातार इस दिशा में काम कर रहा है लेकिन कामयाबी नहीं मिल रही है.