कुचामनसिटी: डीडवाना क्षेत्र के दयालपुरा गांव में बिजली के खंभे पर काम कर रहे एक ठेकाकर्मी की करंट लगने से मौत हो गई. इससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए. उन्होंने विद्युत निगम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए राजकीय बांगड़ अस्पताल में ही धरना शुरू कर दिया. किसान नेता भागीरथ यादव ने बताया कि ग्रामीणों ने मांग की है कि मृतक के परिजनों को 30 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए. साथ ही एक आश्रित को संविदा पर नौकरी दी जाए और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया जाए.
उन्होंने बताया कि ललासरी गांव निवासी श्रीकृष्ण पावड़िया बिजली निगम में ठेका कंपनी का कर्मचारी था. सोमवार दोपहर वह दयालपुरा गांव में बिजली की तकनीकी त्रुटि ठीक करने के लिए खंभे पर चढ़ा था. इस दौरान अचानक पावर सप्लाई चालू हो गई, जिससे श्रीकृष्ण पावड़िया झुलस गया और करंट का झटका लगने से नीचे गिर पड़ा. हादसे के बाद ग्रामीणों ने उसे डीडवाना के राजकीय बांगड़ जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं, विद्युत निगम के सहायक अभियंता रामरतन स्वामी का कहना है कि इस घटना में विद्युत निगम की कोई लापरवाही नहीं है. मृतक ठेका कंपनी का कर्मचारी था, हालांकि मृतक को कंपनी की ओर से सात लाख रुपए का मुआवजा और इंश्योरेंस की राशि दिए जाने पर सहमति बनी है, जो उसे जल्द ही प्रदान कर दी जाएगी.