भोपाल। एमपी के 6 शहरों में ई-बस चलाने का रास्ता साफ हो गया है. पहले चरण में 442 बसें प्रदेश को मिलने वाली हैं. इसमें से 100 बसें राजधानी भोपाल और 150 बसे इंदौर में चलेंगी. सब कुछ ठीक रहा तो जुलाई से बसों का संचालन भी शुरू हो जाएगा. ई-बसों का संचालन शुरू होते ही वर्तमान में चल रहीं डीजल और CNG बसों की संख्या कम होती जाएगी.
CASL करेगा संचालन और मेंटेनेंस
लोकल ट्रांसपोर्ट एजेंसियों के पास बसों में किराया कलेक्शन का काम रहेगा. बाकी संचालन से लेकर मेंटनेंस का जिम्मा सेंट्रल से फाइनल होने वाली एजेंसी संभालेगी. दरअसल सेंट्रल ने कन्वर्जेस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (CASL) को पूरे देश के शहरों में ई-बस संचालन और मेंटनेंस का जिम्मा दिया है. यह कंपनी ही बसें फाइनल करने के अलावा अलग-अलग शहरों के हिसाब से बस संचालन का जिम्मा और मेंटनेंस का काम अलग-अलग कंपनी को देगी.
एमपी में कुल 552 बसें आएंगी
एमपी के 6 शहरों के लिए पहले फेज में 442 ई-बसे आएंगी जबकि कुछ बसें बाद में आएंगी. यहां कुल 552 बसों का संचालन होगा. इसमें 9 मीटर वाली 442 और 7 मीटर वाली 110 बसें चलेंगी.
20 प्रतिशत सब्सिडी देगा केंद्र
ई-बस आने के बाद भोपाल समेत अन्य शहरों में नए नियमों के तहत ऑपरेटर को बस ऑपरेशन के लिए अलग भुगतान करना होगा. बताया जाता है कि कंपनी ने जो रेट तय किए हैं उसके मुताबिक 7 मीटर बस के लिए 48 रुपये प्रति किमी और 9 मीटर वाली के लिए 54 रुपये प्रति किमी दर तय है. इसमें से 20 प्रतिशत की सब्सिडी सेंट्रल देगा.