नई दिल्ली :हरियाणा चुनाव में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर कांग्रेस को चुनाव आयोग से जोरदार झटका लगा है. चुनाव आयोग ने कांग्रेस के आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताया है.
कांग्रेस को चुनाव आयोग से झटका :चुनाव आयोग ने हरियाणा चुनाव में किसी भी तरह की अनियमितता के कांग्रेस के आरोपों को निराधार, गलत और तथ्यहीन बताकर खारिज कर दिया है. आयोग ने कांग्रेस पार्टी को पत्र लिखते हुए चुनावों के बाद निराधार आरोप नहीं लगाने की सलाह दी है. चुनाव आयोग ने कहा है कि कांग्रेस को अपनी पार्टी के अंदर इस तरह के आरोप लगाने की प्रवृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाने के लिए कहा है. चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान और मतगणना के दिन जैसे संवेदनशील समय पर गैर-जिम्मेदाराना आरोप सार्वजनिक अशांति और अराजकता का कारण बन सकते हैं. पिछले एक साल में 5 मामलों का हवाला देते हुए चुनाव आयोग ने लंबे समय से अनुभव वाले कांग्रेस को बिना किसी सबूत के ऐसे आरोप लगाने से बचने की सलाह दी है.
"हरियाणा चुनाव में कोई गड़बड़ी नहीं":कांग्रेस ने हरियाणा की 26 सीटों पर गड़बड़ी के आरोप लगाए थे, ऐसे में चुनाव आयोग ने इन सभी विधानसभा क्षेत्रों के रिटर्निंग अधिकारी से क्रॉस चेक करवाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखते हुए कहा कि हरियाणा में चुनावी प्रक्रिया में किसी भी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं थी. साथ ही चुनाव को कांग्रेस उम्मीदवारों या एजेंटों की निगरानी में किया गया था. ईसीआई अधिकारियों के जवाब में 1642 पृष्ठों के साक्ष्य शामिल हैं. कांग्रेस उम्मीदवारों के अधिकृत प्रतिनिधि सभी चरणों में मौजूद थे, जिसमें बैटरी चालू करने के समय और उसके बाद लगातार 7-8 दिनों तक गिनती खत्म होने तक वे शामिल थे. हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी हरियाणा विधानसभा चुनाव में अनियमितता को लेकर कांग्रेस पार्टी की सभी शिकायतों को खारिज किया है.
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से की थी शिकायत :आपको बता दें कि हरियाणा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी. उस दौरान कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा था कि ऐसी मशीनें थीं जिनकी बैटरी मतगणना के दिन 99% दिखा रही थी, जबकि अन्य सामान्य मशीनें 60-70% पर थीं, हमने ये भी कहा कि जांच पूरी होने तक उन मशीनों को सील कर दिया जाना चाहिए. वहीं हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के ये नतीजे शॉकिंग थे. जब ईवीएम की गिनती शुरू हुई, तो कई जगहों पर वोटों की गिनती में देरी हुई. हमें कई शिकायतें मिली है. कई जगह पर वोटों की गिनती में देरी हुई है.