जमशेदपुरःपूर्वी सिंहभूम प्रशासन डेंगू के प्रसार को लेकर सतर्क हो गया है. इसके लिए उपायुक्त अनन्य मित्तल ने जिले के सभी नगर निकायों को विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं. उपायुक्त के निर्देश पर अब तक 60 हजार से ज्यादा घरों में डेंगू लार्वा की जांच की गई है. इस दौरान जहां भी डेंगू के लार्वा पाए गए हैं उन स्थानों में दवा का छिड़काव भी किया गया है. बता दें कि पिछले साल डेंगू के कारण पूर्वी सिंहभूम में कई लोगों की मौत हो गई थी. इसलिए प्रशासन इस साल विशेष सतर्कता बरत रहा है.
चारों निकायों को उपायुक्त ने दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
पूर्वी सिंहभूम जिला के चारों निकायों को डेंगू की रोकथाम को लेकर विशेष रूप से अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. जमशदेपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति, मानगो नगर निगम, जुगसलाई नगर परिषद, चाकुलिया नगर पंचायत समेत जुस्को की टीम संयुक्त रूप से अभियान चला रही है. इस दौरान अब तक लगभग 40 हजार कंटेनरों जैसे पानी की टंकियां, कूलर, ड्रम, गमले, फ्रीज की ट्रे और छतों पर टायर, कबाड़ आदि की जांच की. इनमें से लार्वा मिले 360 कंटेनरों को उपचारित किया गया और अन्य कंटेनरों को खाली कराया गया.
जुलाई में मिले हैं डेंगू के आठ पॉजिटिव केस
बीते साल पूर्वी सिंहभूम में सबसे अधिक डेंगू के मरीज मिले थे. आंकड़ों पर नजर डालें तो बीते वर्ष पूर्वी सिंहभूम में 13907 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई थी, जिसमें 1476 मरीज डेंगू पॉजिटिव मिले थे.साथ ही पिछले साल डेंगू से तीन मरीजों की मौत भी हो गई थी. इस साल जुलाई तक 21 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई है, जिसमें आठ मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं.
टीम गठित कर चलाया जा रहा जागरुकता अभियान-उपायुक्त
उपायुक्त ने बताया कि डेंगू एक वायरल और गंभीर फ्लू की तरह संक्रामक रोग है. डेंगू संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से फैलता है. ऐसे में जिलेवासियों से अपील है कि अपनी स्वास्थ्य का ध्यान रखें और अपने घरों के आसपास पानी जमा नहीं होने दें. साथ ही साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखें.
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम को जांच किट, क्यूआरटी का गठन, हेल्पलाइन नंबर जारी करने, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग टीम चिन्हित करने और संभावित स्थलों और पिछले वर्ष के हॉटस्पॉट जोन में डेंगू लार्वा जांच का निर्देश दिया गया है. इसके अलावे जिले के चारों निकाय के पदाधिकारियों और जुस्को के प्रतिनिधि को फॉगिंग,साफ-सफाई और शहरी क्षेत्र में डेंगू को लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया गया है.
स्कूलों में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा
उपायुक्त ने बताया कि शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों को स्कूली बच्चों के बीच जागरुकता लाने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि बच्चों को प्रार्थना सभा (एसेंबली) और क्लास में डेंगू से बचाव को लेकर जानकारी देने का भी निर्देश दिया गया है. साथ ही बच्चों को पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने, हमेशा मच्छरदानी के अंदर सोने, बच्चों के माता-पिता और समुदाय के साथ बैठक करने, स्कूल कैंपस, फील्ड और स्कूल के आसपास में कहीं भी पानी का जमाव नहीं होने देने के लिए जागरूक करने का निर्देश दिया गया है.