धर्मशाला: कांगड़ा जिले में बरसात में होने वाले नुकसान से बचाव की प्लानिंग में जिला प्रशासन जुट गया है. पिछले साल पौंग बांध से पानी छोड़ने पर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए थे और कई लोगों को रेस्क्यू करना पड़ा था. ऐसे में इस बार ऐसी स्थिति न बने, इसके लिए पौंग डैम से पानी छोड़ने की जानकारी के लिए अर्ली वार्निंग सिस्टम लगाने और डैम के पानी से कितना एरिया प्रभावित होगा, जिला प्रशासन इसकी मैपिंग करने की कवायद में जुट गया है.
पिछले साल बने थे बाढ़ जैसे हालात
डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने बताया कि रे-बडूखर के एरिया में पिछले साल पौंग बांध से छोड़े गए पानी की वजह से जो हालात उत्पन्न हुए थे. इसके बाद प्रदेश सरकार के स्तर पर बीबीएमबी प्रशासन से बैठक हुई थी. अब उस क्षेत्र में ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि वहां पर एरिया डिमार्केशन या अर्ली वार्निंग सिस्टम इंस्टाल किया जाए. इस पर बीबीएमबी प्रशासन कुछ अर्ली वार्निंग सिस्टम इंस्टाल करने के लिए तैयार हो गया है.
प्रभावित एरिया की होगी मैपिंग