नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) अकादमिक परिषद (एसी) की 1020वीं बैठक का आयोजन कुलपति प्रो. योगेश सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को विश्वविद्यालय के काउंसिल हॉल में किया गया. बैठक के दौरान डीयू के स्ट्रैटेजिक प्लान 2024-2047 को पारित कर दिया गया. इसके साथ ही इंस्टीट्यूशनल डेवलपमेंट प्लान (आईडीपी) पर निर्णय के लिए कुलपति को अधिकृत कर दिया गया है.
एसी सदस्यों की ओर से इस पर आए सुझावों व विरोध के पश्चात कुलपति ने इस मसौदे की समीक्षा के लिए एक कमेटी गठित कर दी है. यह कमेटी विचार-विमर्श के पश्चात इसे कुलपति को प्रस्तुत करेगी. बैठक के आरंभ में ज़ीरो आवर के दौरान परिषद के सदस्यों ने अनेकों मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की और अपने-अपने विचार एवं सुझाव प्रस्तुत किए. बैठक के दौरान कुलसचिव डॉ. विकास गुप्ता ने पूर्व में हुई 1018वीं और 1019वीं बैठकों में लिए गए निर्णयों पर ‘कार्रवाई रिपोर्ट’ प्रस्तुत की.
कई कॉलेजों में शुरू होंगे लैंग्वेज कोर्स:बैठक में पूर्वी एशियाई अध्ययन विभाग के अंतर्गत रामजस कॉलेज, हंसराज कॉलेज और राम लाल आनंद कॉलेज में पूर्वी एशियाई भाषा पाठ्यक्रम शुरू करने संबंधित सामाजिक विज्ञान संकाय की सिफारिशों को भी स्वीकृति प्रदान की गई है. इसके तहत रामजस कॉलेज में कोरियाई भाषा में एडवांस डिप्लोमा कोर्स शुरू होंगे. हंसराज कॉलेज में चीनी भाषा में सर्टिफिकेट कोर्स, कोरियाई भाषा में डिप्लोमा एवं जापानी भाषा में डिप्लोमा कोर्स शुरू होंगे. राम लाल आनंद कॉलेज में भी चीनी भाषा में एडवांस डिप्लोमा कोर्स और जापानी भाषा में एडवांस डिप्लोमा कोर्स शुरू किए जाएंगे.
दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्ट्रैटेजिक प्लान 2024-2047 पर लगी मुहर (ETV BHARAT) एलएचएमसी और यूसीएमएस में भी शुरू होंगे नए कोर्स:इसके साथ ही चिकित्सा विज्ञान संकाय की सिफारिशों के अनुरूप यूसीएमएस के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में बैचलर इन मेडिकल लेबोरेटरी साइंस (बीएमएलएस) पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए अध्यादेश और पाठ्यक्रम को भी स्वीकृति प्रदान की गई. वहीं, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी) के एनेस्थीसिया विभाग में डीएम (पीडियाट्रिक एंड नियोनेटल एनेस्थीसिया) कोर्स के सुपर-स्पेशलिटी नए कोर्स के लिए पाठ्यक्रम को भी पारित किया गया. एसी सदस्यों द्वारा सेंट स्टीफन कॉलेज के प्रिंसिपल पर विश्वविद्यालय के नियमों की पालना में अवहेलना का मुद्दा उठाए जाने पर कुलपति ने प्रिंसिपल से संवाद के लिए एसी सदस्यों की एक कमेटी गठित की. इसमें डॉ हरेन्द्र नाथ तिवारी, डॉ आलोक पांडेय और डॉ माया जॉन को शामिल किया गया है.
एनईपी लागू होने से पहले वाले छात्र भी बदल सकेंगे इलेक्टिव सब्जेक्ट:DU की आज संपन्न हुई अकादमीक परिषद की बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लागू होने से पहले दाखिला लेने वाले पुराने छात्रों को राहत देने के लिए भी एक प्रस्ताव पारित किया गया. इस प्रस्ताव के तहत इन पुराने छात्रों को भी अपना इलेक्टिव सब्जेक्ट बदलकर डिग्री पूरी करने का विकल्प देने का निर्णय सर्व सम्मति से पारित हुआ. डीयू एसी के सदस्य प्रो. हरेंद्रनाथ तिवारी ने बताया कि एनईपी लागू होने के बाद इन छात्रों ने दाखिला लिया है, उनके पास तो अपना इलेक्टिव सब्जेक्ट बदलने का विकल्प है. इससे बड़ी संख्या में छात्रों को फायदा होगा. अब सोमवार को होने वाली ईसी की बैठक में पारित होने के बाद छात्रों को यह विकल्प मिलना शुरू हो जाएगा.
विकसित भारत के लिए महत्वपूर्ण डीयू का स्ट्रैटेजिक प्लान:डीयू के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने कहा कि विकसित भारत में अपनी भूमिका के लिए डीयू का स्ट्रैटेजिक प्लान 2024-2047 बहुत ही महत्वपूर्ण है. दिल्ली विश्वविद्यालय का विजन है अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विख्यात विश्वविद्यालय बनना, जो शिक्षण, अनुसंधान और आउटरीच में उत्कृष्टता के लिए पहचाना जाता हो. ज्ञानवान, कुशल, उद्यमी और सामाजिक रूप से जिम्मेदार नागरिकों के निर्माण के माध्यम से मानवता की सेवा के लिए समर्पित हो. कुलपति ने बताया कि विकसित भारत के निर्माण में हमें अपनी भूमिका तय करनी है. इसके लिए देश को कैसे वैज्ञानिक, इंजीनियर, डॉक्टर, इतिहासकार और नागरिक चाहिए होंगे और उसमें दिल्ली विश्वविद्यालय की क्या भूमिका हो सकती है. इस सबको ध्यान में रखते हुए यह स्ट्रैटेजिक प्लान तैयार किया गया है.
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