रांची: मैथिली भाषा साहित्य का प्रतिष्ठित सम्मान विश्वम्भर मैथिली साहित्य सम्मान 2023 की घोषणा कर दी गई है. मैथिली के लब्ध प्रतिष्ठित साहित्यकार और समालोचक डॉक्टर सुभाष चंद्र यादव को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. रांची के हरमू स्थित बसंत विहार कार्यालय में इसकी औपचारिक घोषणा शनिवार को की गई.
रांची दूरदर्शन के पूर्व निदेशक ने की नाम की घोषणा
रांची दूरदर्शन के पूर्व निदेशक पीके झा ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि डॉ सुभाष चंद्र यादव साहित्यिक विधा में कथाकार, समीक्षक और अनुवादक रहे हैं. मूलत: सुपौल जिला के बलबा मेनाही के रहनेवाले डॉ यादव की मैथिली भाषा में लगभग 70 से अधिक कथा, समीक्षा और हिंदी, बांग्ला एवं अंग्रेजी में अनेक अनुवाद प्रकाशित हैं. डॉ यादव को 10 मार्च रविवार को रांची के हरमू स्थित स्वागतम बैंक्वेट हॉल में विश्वम्भर मैथिली साहित्य सम्मान 2023 से सम्मानित किया जाएगा.
अब तक पांच लोगों को दिया जा चुका है विश्वम्भर मैथिली साहित्य सम्मान
इस अवसर पर विश्वम्भर फाउंडेशन ट्रस्ट के सचिव नवीन कुमार झा ने कहा कि 2018 में इस ट्रस्ट का गठन हुआ था. जिसके बाद से हर साल मैथिली साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले साहित्यकारों को सम्मानित किया जाता रहा है. इस पुरस्कार से अभी तक दिवंगत लिली रे, दिवंगत पंडित गोविंद झा, कीर्ति नारायण मिश्र, डॉक्टर भीमनाथ झा और श्री शिव शंकर श्रीनिवास को सम्मानित किया जा चुका है. पुरस्कार घोषणा के अवसर पर प्रो नरेंद्र झा, अमरनाथ झा, राजेश कुमार झा आदि मौजूद थे.