रामगढ़ः जिले के कुजू के मुरपा में एनकाउंटर में मारे गए नक्सली राहुल तुरी उर्फ आलोक जी के शव का पोस्टमार्टम रविवार को मजिस्ट्रेट की तैनाती में तीन सदस्यीय डॉक्टरों की टीम ने की. इस दौरान पुलिस प्रशासन की ओर से वीडियोग्राफी भी करायी गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राहुल तुरी को दो गोली लगने की पुष्टि हुई है. जिसमें एक गोली सिर के पास और दूसरा दूसरी गोली बाएं पैर के घुटने के पास लगी थी. पोस्टमार्टम के दौरान मजिस्ट्रेट के तौर पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मनीष कुमार मौजूद रहे. साथ ही तीन डॉक्टरों की टीम में डॉ. अनिल कुमार सिंह, डॉ. विनोद कुमार पंडित और डॉ. अतिकुर रहमान शामिल थे.
राहुल तुरी के परिजन पहुंचे रामगढ़
इधर, घटना की जानकारी मिलने के बाद मृत नक्सली राहुल के परिजन भी पोस्टमार्टम हाउस के पास पहुंच गए. इस दौरान मृतक राहुल की मां संगीता देवी और मौसी ने बताया कि राहुल तुरी के पिता बढ़न तुरी भी नक्सली संगठन से जुड़े थे. इस कारण वह जेल में हैं. पिता के रास्ते पर राहुल भी चल पड़ा था. एक साल से वह फरार था. राहुल को काफी समझाया-बुझाया गया था, लेकिन उसने गलत रास्ता नहीं छोड़ा. उसके कारण परिवार के लोग भी काफी परेशान रहते थे. जब भी कोई कांड होता था, तो पुलिस परिवार को लोगों से पूछताछ के लिए थाने ले जाती थी. राहुल तुरी के मामा ने तो पुलिस को शपथ पत्र भी दिया था कि राहुल से उनका अब किसी तरह का कोई संबंध नहीं है और न ही भविष्य में रहेगा.
परिजन शव को ले जाएंगे खलारी
हालांकि मां ने कहा कि राहुल के शव को खलारी अपने घर ले जाएंगे और दाह-संस्कार करेंगे. लेकिन खलारी के बड़ा बाबू रामगढ़ में ही उसका दाह संस्कार करने के लिए कह रहे हैं. राहुल तुरी की मां ने बताया कि उसके दो बेटे और एक बेटी हैं. उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले ही खलारी में उनके घर की कुर्की हुई थी. उन्होंने बताया कि पुलिस वाले उनके घर के दरवाजे उखाड़ कर ले गए थे. राहुल के कारण परिवार के लोगों को दर-दर भटकना पड़ रहा था. पुलिस भी काफी परेशान करती थी.
एसपी ने दी जानकारी
वहीं पूरे मामले में रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने कहा कि शनिवार की देर शाम गुप्त सूचना के आधार पर रामगढ़ और हजारीबाग पुलिस की संयुक्त टीम घेराबंदी कर अपराधियों को पकड़ने के लिए पहुंची थी. इस क्रम में पुलिस को देखकर अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जिसके बाद पुलिस ने जान बचाने के लिए जवाबी फायरिंग की. जिसमें राहुल तुरी की मौत हो गई. शनिवार देर रात तक पंचनामा कर पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया गया था.
रविवार को भी चलाया गया सर्च अभियान
शनिवार को देर रात हो जाने के कारण सर्च अभियान कंप्लीट नहीं हो पाया था. जिसके कारण घटना के दूसरे दिन रविवार को घटनास्थल पर गिरफ्तार आकाश करमाली को ले जाकर पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया गया. इस अभियान में कई सामान बरामद हुए हैं गिरफ्तार आकाश करमाली की निशानदेही पर हजारीबाग, रामगढ़ और रांची जिले में कई जगहों पर छापेमारी की गई है, लेकिन अभी तक कोई विशेष कामयाबी नहीं मिली है. सभी अपराधी फरार हैं. मृतक राहुल तुरी के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टरों की टीम द्वारा किया गया है. परिजन जहां भी अंत्येष्टि करना चाहेंगे, वहां कर सकते हैं.
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