ETV Bharat / state

धनबाद स्कूल कांड पर राजनीतिक बयानबाजी, भाजपा का सरकार पर हमला, झामुमो ने दिया ऐसा जवाब! - DHANBAD SCHOOL CASE

धनबाद के निजी स्कूल में घटी घटना को लेकर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गयी है. इसको लेकर भाजपा और झामुमो आमने-सामने है.

Political rhetoric in case of principal of private school in Dhanbad asking female students to remove shirts
बीजेपी और झामुमो के नेता (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 12, 2025, 10:27 PM IST

रांची: धनबाद के डिगवाडीह के एक निजी स्कूल की प्रिंसिपल द्वारा 10वीं कक्षा की छात्राओं की शर्ट उतरवाने का मामला राजनीतिक गलियारे तक आ चुका है. इस घटना पर राज्य की सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी आमने सामने है.

भारतीय जनता पार्टी ने पूरी घटना को शर्मनाक करार देते हुए निष्पक्ष जांच के बाद दोषियों को कठोर सजा दिलाने की मांग की. साथ ही सरकार को इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार करार दिया है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि चिन्मयानंद और कुलदीप सेंगर की विचारधारा वाली पार्टी को ऐसे मुद्दे पर बोलने और सरकार पर आरोप लगाने का अधिकार नहीं है.

भाजपा और झामुमो नेताओं के बयान (ETV Bharat)

नाबालिग बच्चों के साथ अपराध की घटना रोकने वाली संस्था में पद खाली

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने धनबाद के निजी स्कूल की घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि इसकी जितनी भी आलोचना की जाए वह कम है. इस घटना की जांच और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. यह सिर्फ धनबाद की बात नहीं है, राज्य भर में स्कूली बच्चों के साथ अपराध बढ़ रहे हैं. पिछले दिनों रांची के एक स्कूल की छात्राएं इतनी डर गई थीं कि उन्होंने स्कूल जाना छोड़ दिया था. सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड में भी एक छात्रा के साथ बदसलूकी की गई.

भाजपा नेता अजय साह ने कहा कि मेरा साफ आरोप है कि इस तरह की घटना के लिए राज्य सरकार दोषी है. जब नाबालिग बच्चों के साथ होनेवाले अपराध रोकने के लिए बनीं संस्थाएं ही डिफंट रहेंगी तो अपराध कैसे रुकेंगे. राज्य में बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष का पद डेढ़ वर्षों से खाली है. जिला बाल कल्याण समिति के हर जिले में पद खाली हैं. रांची में 05 की जगह सिर्फ 01 सदस्य जिला बाल कल्याण समिति में हैं. ऐसे में सरकार बताए कि बच्चों के अधिकार और उनके संरक्षण के लिए बनीं संस्थाएं ही खाली रहेगीं तो उनके साथ होने वाले अपराध कैसे रुकेगा.

वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता और प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि पूरी घटना शर्मनाक और चिंता का विषय है. सरकार पूरे मामले की जांच कराकर कार्रवाई सुनिश्चित करे. पूरी घटना अनुशासन के नाम पर निजी स्कूल के प्रिंसिपल की विकृत मानसिकता को दर्शाता है. अनुशासन के नाम पर इस तरह की "सजा" न कानूनी रूप से स्वीकार्य है और न ही समाज ऐसी सजा स्वीकार्य करेगा.

दोषी बख्शे नहीं जाएंगे, भाजपा को आरोप लगाने का हक नहीं

धनबाद के विद्यालय की घटना को शर्मनाक बताते हुए झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि प्रशासन अपना काम कर रहा है. इस मामले की जानकारी जैसे ही प्रशासन को मिली, धनबाद प्रशासन पूरी तरह हरकत में आ गया है. दोषी बख्शे भी नहीं जाएंगे लेकिन इस तरह के मुद्दे पर चिन्मयानंद और कुलदीप सेंगर वाली पार्टी को सरकार पर बयानबाजी का हक भी नहीं है.

इसे भी पढ़ें- 80 से ज्यादा छात्राओं को होना पड़ा शर्मसार, स्कूल प्रिंसिपल की जलील हरकत के आगे बेबस हुईं लड़कियां - PRINCIPAL ORDER TO REMOVE SHIRTS

इसे भी पढे़ं- हत्या की नीयत से आए थे दो शूटर, विधायक रागिनी सिंह ने शशि सिंह और पूर्णिमा सिंह के देवरों पर लगाया आरोप - FIRING AT MLA RAGINI OFFICE

रांची: धनबाद के डिगवाडीह के एक निजी स्कूल की प्रिंसिपल द्वारा 10वीं कक्षा की छात्राओं की शर्ट उतरवाने का मामला राजनीतिक गलियारे तक आ चुका है. इस घटना पर राज्य की सत्तारूढ़ दल झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी आमने सामने है.

भारतीय जनता पार्टी ने पूरी घटना को शर्मनाक करार देते हुए निष्पक्ष जांच के बाद दोषियों को कठोर सजा दिलाने की मांग की. साथ ही सरकार को इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार करार दिया है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि चिन्मयानंद और कुलदीप सेंगर की विचारधारा वाली पार्टी को ऐसे मुद्दे पर बोलने और सरकार पर आरोप लगाने का अधिकार नहीं है.

भाजपा और झामुमो नेताओं के बयान (ETV Bharat)

नाबालिग बच्चों के साथ अपराध की घटना रोकने वाली संस्था में पद खाली

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने धनबाद के निजी स्कूल की घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि इसकी जितनी भी आलोचना की जाए वह कम है. इस घटना की जांच और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. यह सिर्फ धनबाद की बात नहीं है, राज्य भर में स्कूली बच्चों के साथ अपराध बढ़ रहे हैं. पिछले दिनों रांची के एक स्कूल की छात्राएं इतनी डर गई थीं कि उन्होंने स्कूल जाना छोड़ दिया था. सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड में भी एक छात्रा के साथ बदसलूकी की गई.

भाजपा नेता अजय साह ने कहा कि मेरा साफ आरोप है कि इस तरह की घटना के लिए राज्य सरकार दोषी है. जब नाबालिग बच्चों के साथ होनेवाले अपराध रोकने के लिए बनीं संस्थाएं ही डिफंट रहेंगी तो अपराध कैसे रुकेंगे. राज्य में बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष का पद डेढ़ वर्षों से खाली है. जिला बाल कल्याण समिति के हर जिले में पद खाली हैं. रांची में 05 की जगह सिर्फ 01 सदस्य जिला बाल कल्याण समिति में हैं. ऐसे में सरकार बताए कि बच्चों के अधिकार और उनके संरक्षण के लिए बनीं संस्थाएं ही खाली रहेगीं तो उनके साथ होने वाले अपराध कैसे रुकेगा.

वहीं वरिष्ठ भाजपा नेता और प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि पूरी घटना शर्मनाक और चिंता का विषय है. सरकार पूरे मामले की जांच कराकर कार्रवाई सुनिश्चित करे. पूरी घटना अनुशासन के नाम पर निजी स्कूल के प्रिंसिपल की विकृत मानसिकता को दर्शाता है. अनुशासन के नाम पर इस तरह की "सजा" न कानूनी रूप से स्वीकार्य है और न ही समाज ऐसी सजा स्वीकार्य करेगा.

दोषी बख्शे नहीं जाएंगे, भाजपा को आरोप लगाने का हक नहीं

धनबाद के विद्यालय की घटना को शर्मनाक बताते हुए झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि प्रशासन अपना काम कर रहा है. इस मामले की जानकारी जैसे ही प्रशासन को मिली, धनबाद प्रशासन पूरी तरह हरकत में आ गया है. दोषी बख्शे भी नहीं जाएंगे लेकिन इस तरह के मुद्दे पर चिन्मयानंद और कुलदीप सेंगर वाली पार्टी को सरकार पर बयानबाजी का हक भी नहीं है.

इसे भी पढ़ें- 80 से ज्यादा छात्राओं को होना पड़ा शर्मसार, स्कूल प्रिंसिपल की जलील हरकत के आगे बेबस हुईं लड़कियां - PRINCIPAL ORDER TO REMOVE SHIRTS

इसे भी पढे़ं- हत्या की नीयत से आए थे दो शूटर, विधायक रागिनी सिंह ने शशि सिंह और पूर्णिमा सिंह के देवरों पर लगाया आरोप - FIRING AT MLA RAGINI OFFICE

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.