क्या कोबरा के आंखों में होता है कैमरा, दुश्मनों की फोटो कर लेता है नाग सेव, क्या है हकीकत क्या है फसाना - cobra capture photos of its enemies
दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में किंग कोबरा की गिनती होती है. लोगों का ऐसा मानना है कि कोबरा सांप अपनी आंखों में अपने दुश्मनों की तस्वीर उतार लेता है. कोबरा सांप अपने दुश्मनों से बाद में बदला भी लेता है. कोबरा सांप को लेकर क्या है हकीकत और क्या है मनगढ़ंत कहानियां ये जानना जरुरी है.
क्या कोबरा के आंखों में होता है कैमरा (ETV Bharat)
रायपुर: नाग और नागिन के अपने दुश्मनों से बदला लेने की कहानी किसी समय में हिंदी फिल्मों में खूब दिखाई जाती थी. नाग नागिन के बदला लेने वाली कहानियों को लोग खूब पसंद भी करते हैं. कुछ लोगों का ये भी मानना रहा है कि किंग कोबरा अपनी आंखों में अपने दुश्मनों की फोटो खीच लेता. किंग कोबरा बाद में अपने दुश्मनों से बदला भी लेता है.
सांप काटने पर क्या करें (ETV Bharat)
क्या किंग कोबरा अपने दुश्मनों की फोटो आंखों में कैद कर लेता है: छत्तीसगढ़ में कोरबा और जशपुर को नागलोक के नाम से भी कुछ लोग पुकारते हैं. कोरबा और जशपुर में बड़ी संख्या में कोबरा सांप मिलते हैं. बारिश के दिनों में स्नेक बाइट की संख्या भी कई जिलों में बढ़ जाती है. पढ़े लिखे लोग सांप काटे जाने पर तुरंत अस्पताल का रुख करते हैं. गांव के लोग अक्सर अस्पताल जाने के बजाए ओझा और झाड़ फूंक वालों के पास पहुंच जाते हैं. सालों से कुछ लोगों के बीच ये गलतफहमी बनी हुई है कि किंग कोबरा अपने दुश्मनों की फोटो अपने आंखों में उतार लेता है. बाद में सांप अपने दुश्मनों को ठिकाने लगाता है.
किंग कोबरा को लेकर क्या है हकीकत: सांपों को रेस्क्यू करने वाले और सांपों की जान बचाने वालों की राय बाकि लोगों की राय से बिल्कुल जुदा है. रायपुर की संस्था नोवा नेचर सोसायटी के सचिव मोइन अहमद का कहना है ''कि सांपों को लेकर जो कहानियां फैलाई गई है वो आधारहीन है. हम लोग लंबे वक्त से सांपों को रेस्क्यू करने और उसे बचाने के काम में जुटे हैं. हम लोगों ने सांपों को लेकर विस्तार से जानकारी भी हासिल की है. सांपों को लेकर लोगों के मन में कई मिथक घर कर चुका है. पैसों की कमाई के लिए इस तरह के झूठ फैलाए जाते हैं. फिल्मों में जो कुछ भी दिखाया जाता है वो हकीकत से दूर होता है.''
'कहानियों पर नहीं हकीकत पर करें विश्वास':नेचर सोसाइटी रायपुर के सचिव मोइन अहमद ने कहा कि ''इस तरह के तथ्यहीन आधार ही कई बार सांप काटने के बाद लोगों के जीवन पर संकट के तौर पर खड़े हो जाते हैं. लोग यह मानते हैं कि सांप आंखों में फोटो लेकर चलता है. इसमें कोई सच्चाई नहीं है और समाज में आज जब लोग पढ़े लिखे हैं तो लोगों को इस बात पर ध्यान रखना चाहिए. जो चीज ना तो प्रमाणिक है और नहीं उनके वैज्ञानिक आधार हैं तो इन पर ध्यान देने की कोई जरूरत नहीं है. अक्सर यह देखा जाता है कि सांप काटने के बाद लोग झाड़ फूंक के चक्कर में पड़ जाते हैं. इस तरह से लोग जिस सांप ने काटा है उसके जीवन को संकट में डालने का काम करते हैं. जरुरत इस बात की है कि अब इस तरह की दकियानूसी चीजों से बाहर निकलें.
''सांप काटने पर झाड़ फूंक करने वालों के पास नहीं जाना चाहिए. जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर के पास जाएं. अस्पताल पहुंचे और अपना इलाज शुरु करवाएं. समय पर अगर इलाज शुरु हो गया तो आपकी जान पर खतरा नहीं आएगा. अगर आप झाड़ फूंक के चक्कर में पड़ेंगे तो जान भी जा सकती है. '' - मोइन अहमद, सचिव, नेचर सोसाइटी रायपुर
सांप काटने पर क्या करें
स्नेक बाइट होने पर तुरंत अस्पताल जाएं.
मरीज को घबराहट होने से बचाएं.
मरीज को शांत और स्थिर रखना जरूरी है.
जिस जगह पर सांप ने काटा है उस जगह पर बर्फ नहीं रगड़े.
किस तरह के सांप ने काटा है उसकी जानकारी डॉक्टर को जरुर दें.
इन बातों का रखें ध्यान तो बच जाएगी जान:मोइन अहमद के मुताबिक सबसे पहले तो यह बचाव करना चाहिए कि जहां भी झाड़ी या दूसरे तरह के स्थान हों वहां पर न जाया जाए. साफ सुथरे स्थान को ही रहने के लिए चुना जाए ताकि इस तरह की घटना से बचा जा सके. उसके बाद भी अगर इस तरह की अप्रिय घटना होती है तो सबसे बेहतर विकल्प है कि आप तुरंत अस्पताल पहुंचें. कोई भी सांप अपनी आंखों में तस्वीर नहीं उतारता है. डॉक्टरी इलाज ही इस आफत से हमें बचाता है. मनगढ़ंत कहानियां और उसपर अमल करने से हमारी जान पर खतरा बन सकता है.''