रोहतक: पीजीआईएमएस रोहतक के चिकित्सकों की टीम ने मौत के मुंह में जा चुके एक युवक को नया जीवनदान दिया है. दरअसल, झगड़े के दौरान इस युवक की छाती में चाकू फंस गया था और हैंडल टूट कर अलग हो गया था, लेकिन हृदय शल्य चिकित्सा विभाग की टीम ने 3 घंटे से ज्यादा चले जटिल ऑपरेशन के बाद युवक को बचा लिया.
झगड़े में लगा था चाकू : गौरतलब है कि सोनीपत जिले के एक युवक को 16 अक्टूबर की रात को हुए एक झगड़े के दौरान किसी ने चाकू मार दिया था. चाकू उसकी छाती में फंस गया और उसका हैंडल टूट कर अलग हो गया. पहले उसे सोनीपत जिले के स्थानीय अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे पीजीआईएमएस रोहतक के ट्रॉमा सेंटर लाया गया. युवक की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने तुरंत हृदय शल्य चिकित्सा विभाग को सूचना दी. जिसके बाद हृदय शल्य चिकित्सा विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची. जांच के दौरान पता चला की चाकू हृदय के अंदर पूरी तरह से फंसा हुआ है.
ऐसे किया गया ऑपरेशन : ऐसे में पीजीआईएमएस के निदेशक और हृदय शल्य चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ. एसएस लोहचब को सूचित किया गया. डॉक्टर लोहचब तुरंत प्रभाव से ऑपरेशन थिएटर में पहुंचे. इसके बाद डॉक्टर लोहचब के मार्गदर्शन में टीम के साथ मिलकर ऑपरेशन शुरू किया गया. ऑपरेशन के दौरान छाती खोलकर जांच की गई तो पता चला कि चाकू काफी अंदर तक धंसा हुआ था. ऐसे में अगर चाकू को सीधा निकाल दिया जाता तो ज्यादा रक्तस्राव होने के चलते मरीज की जान तक जा सकती थी. ऐसे में डॉक्टरों ने बेहद सावधानी से ऑपरेशन करते हुए चाकू को पूरी तरह से बाहर निकाल दिया गया.