हजारीबागःशेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शुक्रवार को डॉक्टर के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. घटना के विरोध में डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सेवा बाधित कर दी. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दोपहर 12:00 बजे के बाद से किसी भी मरीज का इलाज नहीं हो रहा है. मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को हजारीबाग शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के दौरान एक मरीज की मौत हो गई. डॉक्टरों का आरोप है कि मरीज की मौत के बाद परिजनों ने डॉक्टर के साथ मारपीट की है. घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टरों में आक्रोश है.
अस्पताल परिसर में डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन
डॉक्टरों ने मारपीट की घटना के विरोध में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के समक्ष धरना पर बैठ गए. साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज करने से मना कर दिया. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सभी तरह की स्वास्थ्य सेवा बाधित कर दी गई है. चिकित्सकों का कहना है कि कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ जघन्य अपराध किया गया है. इसके बाद भी हजारीबाग प्रशासन नहीं जाग रहा है. पिछले दो दिनों से मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग को लेकर भी धरना दिया जा रहा था. धरने के दौरान ही यह घटना हुई है.
जान से मारने की कोशिश करने का भी आरोप
वहीं मामले में डॉक्टरों का आरोप है कि इलाज के दौरान चिकित्सक के साथ मारपीट की गई थी.डॉक्टरों का आरोप है कि मरीज के परिजनों ने जान से मारने की भी कोशिश की है. चिकित्सक सोमां उरांव का आरोप है कि मरीज की मौत पहले ही हो चुकी थी. जब परिजनों को इसकी जानकारी दी गई उन्होंने मारपीट की.वहीं जैसे ही मारपीट की जानकारी अन्य चिकित्सकों को मिली तो उन्होंने मेडिकल कॉलेज में कार्य बहिष्कार कर दिया है. जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई.
प्रशासन से सुरक्षा मुहैया कराने की मांग
इस दौरान प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने कहा कि यदि चिकित्सकों को सुरक्षा नहीं दी गई तो कोलकाता जैसी घटना हजारीबाग में भी घट सकती है. डॉक्टरों ने कहा कि मेडिकल कॉलेज मुख्यालय से काफी दूर है और यह सड़क हमेशा सुनसान रहती है. दूसरी ओर अस्पताल में भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं है. डॉक्टरों ने प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है.