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नेत्र रोग के इलाज के लिए अब नहीं काटने होंगे बडे़ शहरों के चक्कर, चमोली जिला अस्पताल को मिली दो आधुनिक मशीनें

Chamoli District Hospital आईसीआईसीआई फाउंडेश ने चमोली जिला अस्पताल को आधुनिक ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप और याग (yag) लेजर मशीनें दी हैं, जिनका आज डीएम हिमांशु खुराना ने शुभारंभ किया है. इन मशीनों की सुविधा मिलने के बाद लोगों को आंखों के इलाज के लिए शहरों में नहीं जाना पड़ेगा.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 1, 2024, 7:48 PM IST

गैरसैंण: चमोली के लोगों के लिए खुशखबरी है, क्योंकि जिला अस्पताल को आंखों के इलाज के लिए आईसीआईसीआई फाउंडेशन ने आधुनिक ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप और याग (yag) लेजर मशीन दी है. मशीनों का शुभारंभ जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने किया है. आईसीआईसीआई फाउंडेशन द्वारा दी गई मशीनों की कीमत 35 लाख रुपये बताई जा रही है. इसके अलावा जिलाधिकारी ने लैब टेस्ट रिपोर्ट भेजने के लिए जिला अस्पताल द्वारा तैयार किए गए सॉफ्टवेयर का उद्घाटन भी किया. इस सॉफ्टवेयर से मरीजों को लैब टेस्ट की रिपोर्ट सीधे उनके मोबाइल फोन पर उपलब्ध होगी.

चमोली जिला अस्पताल को मिली दो आधुनिक मशीनें

लोगों के लिए वरदान साबित होंगी आधुनिक मशीनें:जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा सीमांत क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं. आईसीआईसीआई फाउंडेशन द्वारा जिला अस्पताल को नेत्र रोग के इलाज में सहायक आधुनिक मशीनें उपलब्ध कराई गई हैं, जो निश्चित रूप से सीमांत जनपद के लोगों के लिए फायदेमंद साबित होगी. उन्होंने आईसीआईसीआई फाउंडेशन की प्रशंसा करते हुए सीमांत क्षेत्रों में शिक्षा को आगे बढ़ाने में फाउंडेशन से सहयोग करने की अपेक्षा की है.

डीएम हिमांशु खुराना ने माइक्रोस्कोप और याग लेजर मशीनों का किया शुभारंभ

याग लेजर और ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप मशीनें उपयोगी:जिला अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञों ने बताया कि आंख में मोतियाबिंद हटाने के कुछ महीनों बाद लेंस के पीछे झिल्ली बन जाती है. जिससे इस झिल्ली को हटाने के लिए लोगों को दूर-दराज शहरों में जाना पड़ता था, लेकिन अब याग लेजर मशीन लगने से इसका उपचार जिला अस्पताल में ही होगा. साथ ही नेत्र रोगियों के समय की बचत के साथ खर्च भी कम होगा. उन्होंने कहा कि इस मशीन की सहायता से लीक हो रही रक्त वाहिकाओं को सील करना, आंख में दबाव कम करना, कॉर्निया को बदलना और आईरिस का हिस्सा हटाना जैसी कई प्रकार की समस्याओं का उपचार होगा, जबकि ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप या सर्जिकल माइक्रोस्कोप विशेष रूप से सर्जिकल सेटिंग में उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. जिससे आंखों के सर्जरी के दौरान नेत्र सर्जन को बेहतर सुविधा मिलेगी.

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