चमोली:भू-धंसाव से प्रभावित ज्योतिर्मठ में सुरक्षात्मक कार्याें के लिए डीपीआर तैयार करने का काम लगभग पूरा हो गया है. आईआईटी रुड़की द्वारा डीपीआर का परीक्षण पूरा करने पर जल्द इस पर काम शुरू किया जाएगा. ये जानकारी जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बैठक में स्थानीय लोगों को दी है.
आज जिलाधिकारी संदीप तिवारी की अध्यक्षता में नगर पालिका सभागार में स्थानीय लोगों के साथ बैठक आयोजित हुई, जिसमें कार्यदायी संस्थाओं ने शहर में सुरक्षात्मक कार्याें के लिए तैयार की गई डीपीआर का प्रस्तुतिकरण दिया और बताया कि ज्योतिर्मठ में सीवरेज, ड्रेनेज, स्लोप स्टेबलाइजेशन और नदी किनारे टो-प्रोटेक्शन वॉल निर्माण के कार्य किए जाने हैं.
पेयजल निगम ने सीवरेज और ड्रेनेज कार्याें का प्रेजेंटेशन देते हुए बताया कि ज्योतिर्मठ में 2.95 एमएलडी क्षमता का नया एसटीपी बनाने के साथ-साथ सभी घरों को सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा. औली से मारवाड़ी तक बहने वाले सात प्रमुख नालों सहित इसके सहयोगी छोटे-बड़े सभी नालों का ट्रीटमेंट किया जाएगा. वहीं, लोक निर्माण विभाग द्वारा पूरे ज्योतिर्मठ क्षेत्र में 12 स्थानों पर स्लोप स्टेबलाइजेशन और नगर क्षेत्र में सभी सड़कों का ट्रीटमेंट किया जाएगा. सिंचाई विभाग द्वारा अलकनंदा नदी किनारे टो-प्रोटेक्शन वॉल के निर्माण हेतु डीपीआर तैयार की गई है. शीघ्र ही इन सभी प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा.