मनेंद्रगढ़ के पाराडोल में डायरिया ने डाला डेरा, एक महिला की मौत, 17 का इलाज जारी - Diarrhea in Manendragarh
Diarrhea outbreak in Paradol मनेंद्रगढ़ के पाराडोल में डायरिया ने अपना प्रकोप दिखाना शुरु कर दिया है. बीते दिन डायरिया के कारण एक महिला ने दम तोड़ दिया.जबकि एक महिला और उसके बेटे को स्थिति गंभीर होने पर अंबिकापुर रेफर किया गया है. Manendragarh health team set up camp
मनेंद्रगढ़ के पाराडोल में डायरिया ने डाला डेरा (ETV Bharat Chhattisgarh)
मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर :छत्तीसगढ़ में बारिश के दौर के बाद अब मौसमी बीमारियों ने घर करना शुरु कर दिया है.इसी कड़ी में स्वास्थ्यमंत्री के क्षेत्र पाराडोल में डायरिया का प्रकोप देखने को मिला है. मनेंद्रगढ़ ब्लॉक के ग्राम पंचायत पाराडोल में डायरिया के कारण एक महिला की मौत हो चुकी है. जबकि दो गंभीर रुप से पीड़ितों को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है.
गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डाला डेरा (ETV Bharat Chhattisgarh)
CHC में ग्रामीणों का चल रहा इलाज :डायरिया से महिला की मौत की खबर जैसे ही स्वास्थ्य विभाग को लगी हड़कंप मच गया. इसके बाद तुरंत गांव में कैंप लगाकर ग्रामीणों का इलाज शुरु किया गया. सीएचसी और गांव को मिलाकर कुल 17 मरीजों का इलाज जारी है.आपको बता दें कि ग्राम पंचायत पाराडोल में डायरिया से लोग लगातार बीमार पड़ रहे हैं. पिछले चार दिनों में डायरिया के पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ी है.
डायरिया से अब तक 17 लोग हुए प्रभावित (ETV Bharat Chhattisgarh)
गांव में डायरिया से हुई मौत :डायरिया की चपेट में आई पाराडोल की फाटनपारा निवासी मीरा की गांव में ही मौत हो गई. डायरिया पीड़ित कौशिल्या और उसके पुत्र बबलू को गंभीर अवस्था में डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज अंबिकापुर रेफर किया है. मनेंद्रगढ़ बीएमओ डॉ. एसएस सिंह ने बताया कि पाराडोल में डायरिया के प्रकोप की जानकारी मिलने पर रविवार से गांव में कैंप लगाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा है.
हर घर का टीम कर रहे है सर्वे (ETV Bharat Chhattisgarh)
''रविवार रात इस बीमारी से गांव में एक महिला की मौत हो चुकी है. दूषित भोजन पानी की वजह से डायरिया का प्रसार हुआ. हालात पर निगरानी रखी जा रही हैं.''-डॉ. एसएस सिंह,मनेंद्रगढ़ बीएमओ
बीएमओ के मुताबिक गांव में कैंप लगाकर डॉक्टर लगातार मरीजों का उपचार कर रहे हैं. डायरिया पीड़ितों के उपचार के लिए गांव में लगे कैंप से चार मरीजों को स्थिति बिगड़ने अस्पताल भेजा गया. इनमें शांति , सुखसेन, दुर्गा समेत एक अन्य मरीज है.सभी का उपचार सीएचसी मनेंद्रगढ़ में किया जा रहा है. बीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य अमले की टीम गांव में घर-घर पीड़ितों की जानकारी भी ले रही है. ग्रामीणों को उबला हुआ साफ पानी पीने और गर्म खाना खाने की सलाह भी दी जा रही है.ज्यादातर पीड़ितों में एक ही परिवार के लोग शामिल हैं.