वाराणसी: संभल में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर जहां एक तरफ शासन और प्रशासन की तरफ से ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. वहीं, दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को संभल में रोके जाने के बाद प्रदेश में अखिलेश यादव लगातार सरकार पर हमलावर हैं. पूरे घटना के पीछे सरकार का हाथ बता रहे हैं. वहीं डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने भी पलटवार किया है.
वाराणसी पहुंचे उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने पूरे मामले पर कहा कि जो संभल की घटना है वह घटना समाजवादी पार्टी के मुखिया के द्वारा जबरदस्ती खींची जा रही है. उन्होंने कहा समाजवादी पार्टी के मुखिया ने जो ट्वीट करके कहा है, हम उसकी निंदा करते हैं. समाजवादी पार्टी के जो चाल चरित्र और चेहरा है वह उजागर हो चुका है. संभल की घटना की जिम्मेदारी अखिलेश यादव को लेनी चाहिए. वास्तव में जो संभाल के अपराधी हैं. वहीं समाजवादी हैं.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने इस कुकृत्य को अंजाम दिया है, वह सभी समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हैं और उनके कुकृतियों को छिपाने के लिए तरह-तरह के बयान दे रही है. वहां के जो सांसद हैं और जो विधायक हैं, आपस में लड़ रहे हैं. युद्ध कर रहे हैं और संभल की जनता उनके आपस के युद्ध के कारण पीस रही है.
उन्होंने कहा कि संभल में जो घटना घटी है उसके निष्पक्ष जांच हो रही है. न्यायिक जांच भी हो रही है और हर स्थिति में लोगों को न्याय मिले यह हमारी प्रतिबद्धता है. वहां लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन रहेगा, यह हमारी जिम्मेदारी है. किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था से छेड़छाड़ करने की इजाजत किसी को नहीं दी गई है.
बृजेश पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव को पहले अपनी समाजवादी पार्टी को संभालना चाहिए. उसके बाद संभल को देखना चाहिए. संभल और आसपास के क्षेत्र में जैसे उनके सांसद और विधायक आपस में लड़ रहे हैं. संभल की घटना पर अपने विचार व्यक्त करने की जगह वह अपनी पार्टी को संभालें. संभल में जो घटना घटी है, वह समाजवादी पार्टी के लोगों ने ही की है, जो अपराधी है संभल के वह समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता हैं.