वाराणसी :काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एक बार फिर से शोध छात्रों का प्रदर्शन शुरू हो गया है. शोध में प्रवेश को लेकर छात्रों ने शुक्रवार शाम से कैंपस में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. इन छात्रों की मांग है कि हर साल दो बार शोध के लिए प्रवेश प्रक्रिया की जाए. इसके साथ ही जो सीटें पीएचडी की खाली हैं उनको लेकर विभागवार सूची जारी की जाए और उन सीटों पर छात्रों को प्रवेश दिया जाए. छात्रों का कहना है कि पिछले साल के दाखिले की प्रक्रिया को पूरा किया जाए. विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश की प्रक्रिया पूरी नहीं है. उसे पूरा किया जाए.
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में शोध प्रवेश परीक्षा को लेकर एक बार फिर मामला उठ गया है. विश्वविद्यालय में छात्र धरने पर बैठे हुए हैं. शुक्रवार शाम को ही छात्र धरने पर बैठे थे. शनिवार सुबह ही दर्जनों छात्र विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पहुंचे. इस दौरान उनके हाथों में किताबें थीं. विरोध करने वालों में बीएचयू से पीएचडी करने वाले छात्रों के अलावा परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र भी शामिल रहे. इन छात्रों ने अपनी पांच मुख्य मांगें विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने रखी हैं, जिसको लेकर वे लगातार धरने पर ही रहने की बात कर रहे हैं.
रिसर्च के लिए दो बार हो प्रवेश प्रक्रिया :परीक्षा नियंत्रक कार्यालय पहुंचे छात्रों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि पिछले साल के दाखिले की प्रक्रिया को पूरा कराने की मांग हो रही है, लेकिन पूरी नहीं की जा रही. विश्वविद्यालयों में नए सत्र में दाखिले के लिए आवेदन मांगे जाने लगे हैं, लेकिन अभी तक पिछले साल के प्रवेश नहीं हो पाए हैं, जबकि दूसरे संस्थानों में प्रतिवर्ष दो बार पीएचडी की प्रवेश प्रक्रिया पूरी की जाती है. छात्रों की मांग है कि प्रतिवर्ष दो बार रिसर्च के लिए प्रवेश प्रक्रिया अपनाई जाए. पीएचडी की जो सीटें खाली हैं, विभागवार उनकी लिस्ट जारी की जाए और छात्रों को प्रवेश मिले.