पटना :बिहार पुलिस के 21391 पदों पर निकली वैकेंसी के लिखित परीक्षा में सफल हजारों की संख्या अभ्यर्थियों ने गर्दनीबाग धरना स्थल पर पहुंचकर जमकर प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों की मांग थी कि सिपाही भर्ती में वर्तमान EWS/NCL लागू किया जाए. अभ्यर्थियों की डिमांड के समर्थन में सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा की तैयारी कराने वाले कई शिक्षक और फिजिकल परीक्षा की तैयारी करने वाले भी कई शिक्षक और दर्जनों छात्र नेता शामिल हुए.
पटना में सिपाही भर्ती को अभ्यर्थियों का प्रदर्शन : इस प्रदर्शन में प्रदेश के सभी जिला से सैकड़ों छात्र शामिल हुए. छात्रा अभिलाषा कुमारी ने कहा कि 9 दिसंबर से फिजिकल शुरू होने वाला है और उन लोगों को अभी फिजिकल की तैयारी करनी चाहिए थी. लेकिन नया नियम आ गया है कि वैकेंसी जब आई थी उस समय का ईडब्ल्यूएस और एनसीएल सर्टिफिकेट चाहिए. केंद्रीय चयन पर्षद ने जब वैकेंसी का नोटिफिकेशन निकाला था उसमें इस बात का कोई जिक्र नहीं था.
''हमारे जैसे हजारों अभ्यर्थियों ने यह सोचकर उस समय ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट नहीं बनवाया कि जब जरूरत पड़ेगी तब बनवा कर दिया जाएगा. अब जो नियम चयन पर्षद कह रहा है उसके अनुसार साल 2022 का ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट चाहिए जो अब नहीं बन सकता है. हम काफी परेशान हैं और फिजिकल की तैयारी में मन नहीं लग रहा है.''-अभिलाषा कुमारी,प्रदर्शनकारी छात्रा
वर्तमान EWS/NCL लागू करने की मांग :छात्रा रीना कुमारी ने कहा कि सुबह 4:00 बजे से उठकर फिजिकल की तैयारी की है और अब बिना खाए पिए धरना दे रही हूं. फिजिकल में भी मन नहीं लग रहा है और चिंता यही है कि फिजिकल में 100 अंक आ भी गए तो क्या फायदा, जब एक कागज के कारण नौकरी से बाहर हो जाऊंगी.
''नोटिफिकेशन के समय इस बात का कोई जिक्र नहीं था. हम लोग ग्रामीण क्षेत्र से यहां प्रदर्शन में आए हुए है. मुख्यमंत्री कुछ दिनों में महिला संवाद यात्रा पर निकल रहे हैं. हमारे क्षेत्र में मुख्यमंत्री आएंगे तो वहां भी उन्हें इस बात को लेकर घेरूंगी. हमारे परिवार के सदस्य घेरेंगे. हमारी यही डिमांड है कि वर्तमान ईडब्ल्यूएस और एनसीएल सर्टिफिकेट को मान्य किया जाए.''-रीना कुमारी,प्रदर्शनकारी छात्रा
'फिजिकल की तैयारी में मन नहीं लग रहा' :छात्रा कोमल कुमारी ने कहा कि अभी उन लोगों को फिजिकल की तैयारी के लिए मैदान में होना चाहिए था, लेकिन वह प्रदर्शन कर रही हैं. उनकी यही डिमांड है कि वर्तमान एनसीएल और ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट को मान्य किया जाए. वह काफी परेशान हैं क्योंकि लिखित परीक्षा के लिए काफी तैयारी की थी और उसमें सफल होने के बाद उम्मीद जगी थी कि फिजिकल में मेहनत करके नौकरी ले लेंगे.
'अभ्यर्थियों की बात सुने सरकार' :छात्र नेता दिलीप ने कहा कि अभ्यर्थी सभी परेशान हैं. पहले लिखित परीक्षा हुई तो पेपर लीक हो गया और परीक्षा कैंसिल हुआ. 21391 पदों पर आयी बहाली के लिए लगभग 1 साल बाद दोबारा लिखित परीक्षा हुई और उसमें अभ्यर्थी सफल हुए और फिजिकल की तैयारी में लगे.
''अचानक केंद्रीय चयन पर्षद अब कह रहा है कि जब वैकेंसी निकली थी उस समय का ईडब्ल्यूएस और एनसीएल सर्टिफिकेट चाहिए. सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए ईडब्ल्यूएस सर्टिफिकेट चाहिए होता है और ओबीसी श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए नॉन क्रीमी लेयर यानी एनसीएल सर्टिफिकेट देना होता है. हमारी मांग है कि सरकार अभ्यर्थियों की बात सुने.''- दिलीप, छात्र नेता