अलवर के प्राचीन किशनकुंड पर ना हो जाए हादसा (video etv bharat alwar) अलवर. जिले में अब लोगों को मानसून का इंतजार है. मानसून के दौरान शहर के समीप स्थित किशनकुंड मार्ग पर लोगों की आवाजाही रहती है. यहां बारिश के पानी का नजारा काफी खूबसूरत दिखाई पड़ता है. इसके चलते लोग बड़ी संख्या में यहां पर पहुंचते हैं. यह एरिया पैदल सैर करने वाले पर्यटकों को काफी रास आता है, लेकिन इन दिनों कुंड का रख रखाव नहीं हो रहा. अभी इस रास्ते पर सीढ़ियों से टाइल्स हटी हुई है. बिजली के खंभे भी गिरे हुए हैं. इसके लिए अलवर किशनकुंड समिति ने प्रशासन से इन्हें ठीक करने की मांग की है.
किशनकुंड समिति के सदस्य हिमांशु शर्मा ने बताया कि किशनकुंड ऐतिहासिक जगह है. यह सैंकड़ों वर्ष पुराना पर्यटन स्थल है. हालांकि, अब यह स्थल बदहाल है. प्रशासन से अपील है कि इस स्थल को ठीक कराया जाए. यहां कुछ जगहों पर बिजली के पोल गिरे हुए हैं, पुराने लाइट के तार टूटे हुए हैं. साथ ही सीढ़ी पर लगी टाइल्स भी कुछ जगह हट गई है. मानसून के समय यहां पर पर्यटकों की अच्छी संख्या रहती है.
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उन्होंने बताया कि पर्यटक व श्रद्धालु यहां से बाला किला व चक्रधारी हनुमान मंदिर तक जाते हैं. किशन कुंड विकास समिति ने कोरोना में भी काम किया था. किसी भी पशु- पक्षी को भूख से कल का ग्रास नहीं बनने दिया. विकास समिति के सदस्य ने बताया कि यहां अलवर ही नहीं, बल्कि पूरे हिंदुस्तान से पर्यटक आते हैं. समिति यहां पर समय-समय पर स्वच्छता अभियान भी चलाती है. समिति की ओर से यहां आने वाले पर्यटकों पर पॉलिथीन व प्लास्टिक बोतल के उपयोग की रोक भी लगाई गई है, ताकि किसी वन्य जीव को इसके चलते नुकसान ना हो.
समिति के सदस्य ने कहा कि किशन कुंड पर महिलाएं, बच्चे व बुजुर्ग सभी तरह के पर्यटक आते हैं. समिति सदस्य शर्मा ने जिला प्रशासन से मांग की कि इस कुंड की सीढ़ियों और अन्य स्थलों की मरम्मत करवाई जाए. इस जगह किसी को कोई दुर्घटना का सामना न करना पड़े, इसके चलते प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया है.