नई दिल्ली:दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में छठे सदस्य के लिए स्थायी समिति का चुनाव गुरुवार को नहीं होगा. काफी सरगर्मी के बाद इसे टाल दिया गया. इससे पहले रात 8.30 बजे दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने अंतिम समय में हस्तक्षेप करते हुए स्थायी समिति की अंतिम खाली सीट के लिए चुनाव स्थगित करने के फैसले को पलट दिया और एमसीडी आयुक्त अश्विनी कुमार को गुरुवार रात 10 बजे तक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया. हालांकि, काफी हंगामा के बाद एमसीडी कमिश्नर ने बताया कि आज चुनाव नहीं होगा. अगली तारीख की सूचना बाद में दी जाएगी.
सक्सेना ने निर्देश दिया कि यदि मेयर चुनाव कराने से इनकार करती हैं तो डिप्टी मेयर को चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी बनाया जाए. उन्होंने आदेश दिया कि यदि वह भी चुनाव कराने से इनकार करते हैं तो सदन का सबसे वरिष्ठ सदस्य चुनाव की अध्यक्षता करेगा. दिन में पार्षदों से मोबाइल सदन में न ले जाने को लेकर व्यवधान के बाद महापौर ने एमसीडी स्थायी समिति के चुनाव को स्थगित कर दिया था और सदन की बैठक 5 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दी थी. शैली ओबेरॉय ने दावा किया कि पार्षदों की पहली बार सुरक्षा जांच की गई है और उन्होंने इसे अलोकतांत्रिक और सदन के सदस्यों के लिए अपमानजनक बताया था.
भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही हैः वहीं, देर रात दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम और आप नेता मनीष सिसौदिया ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि आज रात पीएम नरेंद्र मोदी के आदेश पर बीजेपी दिल्ली नगर निगम में लोकतंत्र की हत्या कर रही है. दिल्ली नगर निगम में आज स्थायी समिति सदस्य का चुनाव होना था. मेयर शेली ओबेरॉय ने स्थायी समिति के लिए चुनाव कराने की कोशिश की, लेकिन सदन में हंगामा हो गया और इसे स्थगित करना पड़ा.
"मेयर ने सदन को अगली तारीख तक के लिए स्थगित कर दिया. इसके बावजूद भाजपा के सारे पार्षद, सांसद, अध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारी वहीं बैठे रहे, क्योंकि उन्हें पता था कि सारे पार्षदों के जाने के बाद एलजी साहब फिर आनन-फानन में बैठक बुलाने के लिए कहेंगे. एलजी साहब की चिट्ठी ने सारी सच्चाई सामने लाकर रख दी है." -मनीष सिसोदिया, पूर्व डिप्टी सीएम और AAP नेता