नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चे पढ़ाई के बाद दूसरे लोगों को स्टार्टअप के जरिए रोजगार दे रहे हैं. इसके लिए दिल्ली सरकार की तरफ से बिजनेस ब्लास्ट प्रोग्राम चलाया जाता है. इस बार दिल्ली सरकार दिल्ली के सरकारी स्कूलों के बच्चों पर बिजनेस ब्लास्ट प्रोग्राम के तहत 40 करोड़ रुपये खर्च करेगी. दिल्ली सरकार में शिक्षा मंत्री आतिशी ने बताया कि इस साल 2024-25 के बिजनेस ब्लास्टर प्रोग्राम में 2.40 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे. इसमें 40 हजार आइडियाज पर काम हो रहा है. टॉप 150 स्टार्टअप को दिल्ली सरकार पैसा देगी. इससे स्टार्टअप को बढ़ावा मिलेगा. रोजगार सृजन भी होगा.
भारत में युवाओं की बेरोजगारी:आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि भारत में युवाओं की बेरोजगारी 42 प्रतिशत तक पहुंच गई है. बेरोजगारी के आंकड़ों में भारत दुनिया के टॉप तीन देशों में आता है. 2022 की एक रिपोर्ट में एक एजेंसी ने कहा है कि यदि भारत को अपने सभी पढ़े लिखे युवाओं को नौकरी देनी है तो 2030 तक 90 मिलियन नॉन एग्रीकल्चरल जॉब्स की जरूरत है. एक तरफ बेरोजगारी बढ़ रही है और युवाओं को नौकरी की जरूरत है. वहीं, दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी शासन केंद्र सरकर की तरफ से युवाओं के नौकरी का प्रावधान नहीं किया जा रहा है.
दिल्ली के स्कूलों में बिजनेस ब्लास्टर प्रोग्राम:उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार यह प्रयास कर रही है कि पढ़ाई के बाद युवा नौकरी ढूढने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बने. इसके लिए 3 साल से दिल्ली के स्कूलों में बिजनेस ब्लास्टर प्रोग्राम चल रहा है. कार्यक्रम के तहत 11वीं और 12वीं के बच्चों को पैसा दिया जाता है. स्टूडेंट्स ग्रुप में अपने स्टार्टअप शुरू करते हैं, जो टॉप 150 बिजनेस होते हैं उन्हें पब्लिक इन्वेस्टमेंट के लिए ओपन किया जाता है. पिछली बार कई स्टूडेंट्स ने अपना स्टार्टअप शुरू किया, जिसके जरिए वह लाखों रुपए का टर्नओवर कर रहे हैं. साथ ही लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं. अगर 12वीं कक्षा के विद्यार्थी लोगों को रोजगार डे सकते हैं तो देशभर के छात्रों को भी रोजगार दे सकते हैं.